मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पारा शिक्षकों ,बीआरपी और सीआरपी के लिए बड़ा फैसला ले सकते हैं | पारा शिक्षकों , बीआरपी तथा सीआरपी को शून्य ब्याज पर लोन सुविधा और सेवा के दौरान मृत्यु होने पर परिजनों को सहायता राशि देने पर सहमति मिल सकती है। 22 फरवरी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में होने वाली कल्याण कोष आमसभा की बैठक में इस प्रस्ताव पर मंजूरी की उम्मीद है |
आपको बता दें कि पारा शिक्षकों को अपने बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए अधिकतम दो लाख तथा बेटी की शादी के लिए अधिकतम डेढ़ लाख रुपये का लोन शून्य ब्याज पर देने का प्रस्ताव है। इसके अलावा यदि किसी पारा शिक्षक की सेवा के दौरान मृत्यु हो जाती है तो उनके आश्रितों को पांच लाख रुपये की सहायता राशि देने का भी प्रविधान किया जा रहा है। इसी तरह पारा शिक्षकों को असाध्य रोग के इलाज के लिए एक लाख रुपये की सहायता राशि तथा दुर्घटना में दिव्यांगता की स्थिति में भी डेढ़ लाख रुपये की सहायता राशि देने का प्रविधान किया गया है।
राज्य सरकार ने कल्याण कोष में दस करोड़ रुपये देने पर अपनी सहमति दी है। वहीं, इस कोष के लिए सभी पारा शिक्षकों के महीने की राशि से प्रतिमाह दो सौ रुपये काटे जाएंगे।
दूसरी तरफ, एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने बजट सत्र के दौरान विधानसभा का घेराव करने की घोषणा की है। कार्यक्रम पांच दिनों का होगा, जिसमें रोजाना चार से पांच जिले के पारा शिक्षक शामिल होंगे। इसकी सूची जल्द ही मोर्चा के राज्य इकाई की तरफ से जारी की जाएगी। पारा शिक्षकों का कहना है कि बिना आंदोलन के कुछ भी मिलने वाला नहीं है। सभी जिलाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि 21 फरवरी को बैठक कर आंदोलन की तैयारी करेंगे। आपको बता दें कि पारा शिक्षकों ने पहले भी मुख्यमंत्री के आवास को घेरने की योजना बनाई थी लेकिन शिक्षा मंत्री के अपील के बाद उन्होंने आंदोलन स्थगित कर दिया था | मोर्चा के नेताओं के मुताबिक सरकार उनकी मांगों को पूरा करने में ढिलाई दिखा रही है। ऐसी परिस्थिति में आंदोलन ही एकमात्र विकल्प है। l