कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए झारखंड सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। राज्य सरकार ने स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के अवधि सेवा विस्तार के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है। झारखंड स्वास्थ्य सेवा संवर्ग के वैसे चिकित्सक जो मार्च 2022 तक सेवानिवृत होने वाले हैं, उनका अवधि सेवा विस्तार मार्च 2022 अथवा सेवानिवृति की तिथि से छह माह की अवधि जो भी बाद में हो तक करने संबंधी प्रस्ताव है। कोरोना महामारी से निपटने के लिए डॉक्टरों की कोई कमी न हो, इसके लिए झारखंड की हेमंत सरकार ने यह कदम उठाया है।
इसे अब स्वीकृति के लिए मंत्रिपरिषद की बैठक में रखा जाएगा। मुख्यमंत्री द्वारा स्वीकृत इस प्रस्ताव के अंतर्गत झारखंड स्वास्थ्य सेवा के शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक संवर्ग में मई 2021 से सितंबर 2021 तक सेवानिवृत होने वाले चिकित्सकों की एक बार के लिए आगामी मार्च 2022 तथा अक्टूबर 2021 से मार्च 2022 तक सेवानिवृत होने वाले चिकित्सकों की सेवानिवृति, सेवानिवृत की तिथि से छह माह की अवधि तक किया जाएगा।
कोरोना महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने एवं समुचित चिकित्सा व्यवस्था राज्य के निवासियों को उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। राज्य में चिकित्सकों की कमी है। गैर शैक्षणिक संवर्ग में स्वीकृत बल 2316 की तुलना में 1597 और शैक्षणिक संवर्ग में स्वीकृत बल 591 के विरुद्ध 285 चिकित्सक कार्यरत हैं। अगले एक वर्ष में गैर शैक्षणिक संवर्ग के 44 और शैक्षणिक संवर्ग के 15 चिकित्सक सेवानिवृत हो जाएंगे। ऐसे में कोरोना से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए राज्य सरकार ने पदस्थापित वैसे चिकित्सक जो मई 2021 से मार्च 2022 के बीच सेवानिवृत हो रहे हैं उनकी सेवा लोक और राज्यहित में विस्तारित करने का निर्णय लिया गया है।