भारत माला परियोजना के तहत बोकारो के पांच प्रखंडों से होकर गुजरेगी एक्सप्रेस-वे..

Jharkhand: भारत माला परियोजना के तहत वाराणसी से कोलकाता तक आठ लेन ग्रीन एक्सप्रेस-वे के निर्माण जल्द ही किया जाएगा। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना भारत माला परियोजना के फेज टू अंतर्गत बनने वाली कोलकाता – वाराणसी एक्सप्रेसवे बोकारो जिले के पांच प्रखंडों से होकर गुजरेगी। इस सड़क के निर्माण हो जाने से कोलकाता से वाराणसी आने-जाने का मार्ग सुगम हो जाएगा। इस महत्वाकांक्षी सड़क निर्माण को लेकर सर्वे का काम चल रहा है। जहां-जहां सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वहां-वहां रैयतों को जमीन से संबंधित दस्तावेज जमा करने का नोटिस दिया जा रहा है। जमीन सत्यापन का कार्य पेटरवार प्रखंड की कोह पंचायत से शुरू किया जा चुका है।

झारखंड में 187 किमी लंबा होगा..
भारत माला परियोजना के तहत प्रस्तावित वाराणसी- कोलकाता ग्रीन एक्सप्रेस-वे 610 किमी लंबा होगा। इसमें झारखंड में 187 किमी, पश्चिम बंगाल में 247। बिहार में 159 और यूपी में 22 किमी लंबी सड़क होगी। आठ लेन का एक्सप्रेस-वे झारखंड के चतरा, हजारीबाग, रामगढ़, रांची के ओरमांझी व बोकारो से होकर गुजरेगा। हावड़ा जिले के उलबेड़िया नामक जगह पर एक्सप्रेस-वे समाप्त होगा। प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे का निर्माण होने से हजारीबाग से कोलकाता की दूरी मात्र चार घंटे में ही तय की जा सकेगी। पूरी परियोजना पर 35 हजार करोड़ रुपये खर्च की जायेगी। योजना को वर्ष 2027 तक पूरा करने की बात कही जा रही है।

साल 2021 में ही मिल गई थी मंजुरी..
इस प्रस्तावित एक्सप्रेसवे को साल 2021 में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग सचिव के नेतृत्व में की गई बैठक में मंजूरी दी गई ताकि समय और लागत बचाने के लिए प्रमुख शहरों को हाइवे के माध्यम से जोड़ा जा सके। यह एक्सप्रेसवे रोहतास, औरंगाबाद, गया, चतरा, हजारीबाग, रांची, बोकारो, धनबाद, रामगढ़, हावड़ा और अन्य जगहों से होकर गुजरेगा।

वाराणसी से कोलकाता की दूरी घटकर सात घंटे रह..
करीब 610 किमी लंबाई में बन रहा यह एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश से शुरू होकर बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल तक जायेगी। इसकी अनुमानित लागत करीब 28,500 करोड़ रुपये है। आठ लेन के इस एक्सप्रेस वे का ज्यादातर हिस्सा यानि करीब 242 किमी पश्चिम बंगाल में बनेगा। इसके बनने से वाराणसी से कोलकाता की दूरी तय करने का समय करीब 14 घंटे से घटकर सात घंटे रह जायेगा। जिससे लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत होगी।

25 गांव से एक्सप्रेस-वे गुजरेगा..
हजारीबाग जिले के कटकमदाग, चुरचू, डाड़ी, बड़कागांव, हजारीबाग सदर प्रखंड के 25 गांव से एक्सप्रेस-वे गुजरेगा. इनमें बेंदी, अडरा, कुसुंभा, सिसोई, हारम, बेस, रेशाम, कुंबा, हतहा, पुंदरी, डाढा, चीची, उदयपुर, दासोखाप, हरहद, मुकरू, कारूखाप, बासाडीह, सरवाहा, होन्हेमोढ़ा, चैनपुर, सेनेगढ़ा, जोराकाठ और कनकी गांव है।

व्यापार को मिलेगा बढ़ावा..
इस एक्सप्रेस वे बनने से यूपी, बिहार और झारखंड में व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। यूपी, बिहार और झारखंड में कोलकाता और हल्दिया बंदरगाहों से ही माल लाया ले जाया जाता है। एक्सप्रेसवे बनने से माल की आवाजाही जल्द होगी। जिससे इन सभी राज्यों की अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगा।

वन सीमा क्षेत्र से भी एक्सप्रेस-वे गुजरेगा..
एक्सप्रेस-वे के लिए सर्वे का काम पूरा हो गया है। अब जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की गयी है। कटकमदाग प्रखंड में सबसे अधिक 14 गांव इस सड़क के दायरे में आयेंगे। अडरा वन सुरक्षा समिति के कविन्द्र यादव ने बताया कि वन सीमा क्षेत्र से भी एक्सप्रेस-वे गुजरेगा। इस कारण वन सीमा क्षेत्र को चिन्हित करने का काम शुरू किया गया है। इसी सिलसिले में ग्रामीण और वन विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। इसमें एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन चिह्नित करने व अन्य प्रक्रियाओं पर बात की जायेगी।

73.9371 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जायेगा..
भारतमाला परियोजना फेज टू अंतर्गत बनने वाली कोलकाता- वाराणसी एक्सप्रेसवे सिक्स लेन सड़क के लिए जिले के पांच प्रखंडों से 73.9371 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इस अधिग्रहण की गई जमीन पर भारतमाला परियोजना के अंतर्गत एक्सप्रेसवे सिक्स लेन सड़क का निर्माण कराया जाएगा।

अधिग्रहण के आंकड़े..
चंदनकियारी प्रखंड के आद्राकुड़ी में 0.9992 व सरिशा 2.9107, कसमार प्रखंड के बरई कला में 3.2340, मधुकरपुर में गोमिया प्रखंड के तिरला में 0.3885, बारी दाड़ी में 6.1884, महुआ टांड में 2.0187, छोटकी पुन्नू में 3.9642 व बड़की पुन्नू में 0.9425, बरई खुर्द में 3.1056, जामकुदर में 0.3754, रांगा माटी में 9.1397 व कुरको में 0.6036, जरीडीह प्रखंड के आराजु में 0.3766, बेलडीह में 0.7505 व गोपालपुर में 0.0416, पेटरवार पखंड के कोद्र पंचायत के बढन गोडा में 260336 व लेपो में7.3710. बुंडू में 6.4335. चरगी में 6.8589. एटके में 9.1469 व अरारी में 6.5586 हेक्टेयर यानी कुल 73.9371 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।