देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री पर चुनाव आयोग सख्त, सरकार को दिया हटाने का निर्देश..

केंद्रीय चुनाव आयोग ने झारखंड सरकार को तुरंत देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री को हटाने को आदेश दिया है। आयोग के प्रधान सचिव राहुल शर्मा ने राज्य के मुख्य सचिव को भेजे पत्र में कहा है कि आयोग की बिना सहमति के इन्हें किसी डीसी या जिला निर्वाचन अधिकारी न बनाएं। भजंत्री पर 15 दिन में विभागीय कार्यवाही चलाने और मेजर पेनाल्टी के आरोप पत्र देने की भी हिदायत दी है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर कराए गए 5 केस को गलत करार देते हुए मुख्य सचिव को भेजे पत्र में यह आदेश दिया है। मधुपुर उपचुनाव के 6 माह बाद दुबे पर केस दर्ज कराने पर आयोग ने भजंत्री को शो-कॉज किया था। आयोग ने डीसी से पूछा था कि आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मामले में गोड्‌डा सांसद पर 6 महीने की देरी से क्यों केस दर्ज कराई गई।

  • आयोग ने मुख्य सचिव से कहा, बिना सहमति लिए इन्हें डीसी या जिला निर्वाचन अधिकारी न बनाएं
  • ​​​​​​15 दिन के भीतर भजंत्री पर चलाएं विभागीय कार्यवाही, मेजर पेनाल्टी के लिए आरोप पत्र दें
  • भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर 6 माह बाद कराई गई एफआईआर को गलत बताया

मधुपुर उपचुनाव में काउंटिंग से पहले हटाए गए थे डीसी भजंत्री
मधुपुर उपचुनाव की मतगणना से पहले देवघर के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीसी रहे मंजूनाथ भजंत्री को चुनाव आयोग ने हटा दिया था। बाद में उनकी जगह पर नैंसी सहाय को डीसी बनाया गया था। उस समय मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ पक्षपात का आरोप लगाते हुए बीजेपी नेताओं ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को संबोधित ज्ञापन राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के. रवि कुमार को सौंपा था। मतगणना के बाद राज्य सरकार ने भजंत्री को फिर से देवघर का डीसी बना दिया था।

देवघर के 5 थानों में दर्ज करवाई थी सांसद के खिलाफ एफआईआर
देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने गोड्‌डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ 26 अक्टूबर को देवघर जिले के पांच अलग-अलग थानों में दूसरे के नाम पर पांच केस दर्ज कराए थे। मधुपुर विधानसभा उपचुनाव के दाैरान सांसद ने डीसी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कई पोस्ट किए थे। उनको आधार बनाते हुए नगर थाना, देवीपुर थाना, बुढैई थाना, मधुपुर थाना और चितरा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इसी मामले की दुबे ने चुनाव आयोग में शिकायत की थी।

साजिश के तहत हुई थी मेरे खिलाफ केस, सत्य जीता : निशिकांत दुबे
भाजपा सांसद ने चुनाव आयोग के फैसले पर कहा है कि उनके खिलाफ साजिश के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इस सच्चाई को जानने के बाद चुनाव आयोग ने देवघर उपायुक्त को हटाने का आदेश दिया है। सत्य की हमेशा जीत होती है। सत्य आज भी जीता है।