शिक्षा मंत्री ने कहा, बोकारो वज्रपात मामले में स्कूल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही, दिया 10 दिन का समय..

रांची: बोकारो में शनिवार को करीब 50 स्कूली बच्चे वज्रपात की चपेट में आ गए थे. जिसमें लगभग 12 से 15 बच्चे घायल थे. वहीं, रांची में एक कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री ने घटना की पूरी जिम्मेदारी ली है. साथ ही उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया है कि स्कूल प्रबंधन और हेड मास्टर की ओर से भी यह बड़ी लापरवाही है. उन्होंने कहा है कि राज्य में 35000 स्कूलों तक मैं कैसे पहुंच सकता हूं? शिक्षा मंत्री ने कहा कि वज्रपात एक प्राकृतिक घटना है. यह किसी के हाथ में नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शनिवार को ही आदेश दिया गया कि जिन स्कूलों में तड़ित चालक नहीं है वह रिपोर्ट दें. उन स्कूलों में तुरंत तड़ित चालक लगवाए जाएंगे. जिस स्कूल में वज्रपात की घटना हुई है, वहां के हेड मास्टर और स्कूल प्रबंधन की ओर से लापरवाही की गई है. उन लोगों को 10 दिन का समय दिया गया है 10 दिन में उन्हें तड़ित चालक लगवाना है. 11 दिन मैं खुद जाकर उस स्कूल का निरीक्षण करूंगा.

अधिकारियों की भी जिम्मेदारी है: शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने कहा कि मैं वज्रपात की हुई घटना जिम्मेदारी लेता हूं. आगे उन्होंने कहा कि झारखंड में कुल 35 हजार स्कूल है. सभी स्कूल तक शिक्षा मंत्री नहीं पहुंच सकते. इसलिए अधिकारियों की भी जिम्मेदारी है स्कूल जाकर देखें.

एक बच्चे की हालत गंभीर..
बता दें कि शनिवार को बोकारो के बांधडीह मिडिल स्कूल की है. बच्चे बाहर खेल रहे थे उसी दौरान वज्रपात की घटना हुई. जिसमें 12 से 15 बच्चे घायल हो गए हैं. जैनामोड़ के रेफरल अस्पताल में घायल बच्चों का इलाज चल रहा है. जिसमें से एक बच्चे की हालत गंभीर बताई जा रही हैं.