10 महीने बाद हुई रांची में पिता-पुत्र की मुलाकात, पिता को देख भावुक हो उठे शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो..

रांची : 10 महीने बाद एक पिता अपने बेटे से मिल कर भावुक हो उठे। 10 महीने से बेटे से दूर और बेटे को देखने के इंतजार में आखिरकार धैर्य जवाब दे गया। जिसके बाद कई किलोमीटर की दूरी भी उन्हें बेटे से मिलने से रोक न पाई और कई किलोमीटर की दूरी तय कर पहुंच गए बेटे से मिलने। दरअसल हम बात कर रहे झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के पिता नेमनारायण महतो की, वे लगभग 10 माह बाद अपने बड़े पुत्र सह मंत्री जगरनाथ महतो से रांची स्थित आवास में मिले। इस दौरान दोनों पिता-पुत्र काफी भावुक हो गए। दोनों के आंखें डबडबा गई। मंत्री जगरनाथ महतो पिता को देखते ही आगे बढ़े और पैर छुकर आशिर्वाद लिया। जिसके बाद दोनों काफी भावुक हो उठे।

उनके पिता मंत्री के पैतृक आवास अलारगो में ही रहते हैं। वे कुछ दिनों से अपने बड़े पुत्र जगरनाथ मंत्री महतो से मिलना चाह रहे थे। जगरनाथ महतो ने कहा कि मेरे वृद्ध पिताजी जिन्होंने लगभग 10 महीने से मुझे देखा नहीं था। सिर्फ परिवार के लोगों से मेरे विषय में समय-समय पर जानकारी लेकर अपने आपको ढांढस बंधाते रहे। साथ ही खुद को संतोष भी देते रहें। आज इतने दिनों बाद उनका धैर्य जवाब दे गया और वे मुझसे मिलने रांची स्थित आवास में आ पहुंचे।

उन्होंने कहा कि पिताजी की मनोदशा का आकलन मैं नहीं कर सकता था और ना ही मैं समझ पाया। लेकिन, उनके पांव छूने मात्र से मुझमें दोगुनी स्फूर्ति का एहसास हुआ है। मालूम हो कि 28 सितंबर, 2020 को मंत्री कोरोना संक्रमित हुए थे। लगभग साढ़े आठ माह बाद बीते 14 जून को चेन्नई से रांची प्राइवेट प्लेन से रांची लौटे हैं। जिसके बाद से रांची स्थित आवास में ही हैं।