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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ED का समन, कल होगी पूछताछ!

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी द्वारा मनी लाउंड्रिंग और अवैध खनन मामले में समन जारी किए जाने के बाद झारखंड में सियासी हलचल तेज हो गई है। हेमंत सोरेन ने कहा है कि उनके राज्य के लोग इस ‘साजिश’ का जवाब देंगे। सोरेन ने कहा कि वो ईडी के समन से बेफिक्र हैं। आज साहेबगंज में आयोजित ‘आपकी योजना, आपकी सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम में मुख्‍यमंत्री ने 104 करोड़ 81 लाख रुपये की योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन करने के साथ कहा कि उनकी सरकार के खिलाफ साजिश रची जा रही है। हेमंत सोरेन ने कहा कि ईडी ने मुझे बुलाया है लेकिन मैं उनसे डरता नहीं हूं। सोरेन ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि वो यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि ईडी कितना शक्तिशाली है। वो यह दिखाना चाहते हैं कि अगर ईडी सोनिया गांधी और राहुल गांधी को बुला सकती है तो झारखंड के सीएम को क्यों नहीं बुला सकती। सोरेन ने आगे कहा कि अगर उन्हें लगता है कि वे हमारी छवि खराब कर सकते हैं, तो वे भ्रमित हैं। वो हमारी छवि खराब करने के लिए साजिश रच रहे हैं। बता दें की अवैध खनन मामले में मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान कर रही ईडी ने पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को समन किया है। उन्हें तीन नवंबर को दिन के करीब 11.30 बजे ईडी के दफ्तर में उपस्थित होने के लिए कहा गया है।

हमारे पूर्वजों ने लड़ना सिखाया..
साहिबगंज के पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि यह सिदो-कान्हू की धरती है। हमारे पूर्वज हमें लड़ना सिखाया है। हम हर जंग लड़ेंगे और जीतेगे। वर्तमान सरकार ने आदिवासियों को काफी सम्मान दिया है। 20 साल से आदिवासी दिवस नहीं मना है। अब आदिवासी दिवस मन रहा है।

मुख्यमंत्री ने राज्यपाल की टिप्पणी पर तोड़ी चुप्पी..
मुख्यमंत्री ने कहा कि ईडी की बुलाहट पर हमें जरा भी घबराहट नहीं है। विपक्ष के लोग सोचते हैं कि लोगों के बीच हमारी पहचान और छवि को धूमिल कर देंगे, लेकिन विपक्ष के कहने से हमारी छवि धूमिल हो गई तो फिर हो गया। कहानी खत्म। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष की ये गलतफहमी है कि राजनीतिक रूप से नहीं सके तो संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर हमें परेशान कर लेंगे।

सीएम ने राज्यपाल रमेश बैस के एटम बम वाले बयान पर भी तंज कसा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे महामहिम बीते 2-3 महीने से एटम बम का लिफाफा लेकर घूम रहे हैं। लिफाफा तो उनसे खुल नहीं रहा है, अलबत्ता मुंह से बम फोड़ रहे हैं। ये सब मिलीभगत है। सब षड्यंत्र रच रहा है। इन षड्यंत्रकारियों के षड्यंत्र का जवाब राज्य की एक-एक जनता देगी। उन्होंने कहा कि राज्य की बच्चियां, नौजवान, मजदूर और महिलाएं इसका जवाब देंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि षड्यंत्र का जवाब वे मजदूर देंगे जिन्हें कोरोना त्रासदी के समय हमारी सरकार कंधे पर बिठाकर घर लाई। वे बच्चियां देंगी जो सरकार की योजनाओं से लाभान्वित होकर कल कुछ बनेंगी।

कल गुरुवार को सीएम हेमंत सोरेन जाएंगे रायपुर..
गौरतलब है की सीएम ऑफिस की तरफ से भी उनके अगले 15 दिनों के कार्यक्रमों का डिटेल जारी कर दिया गया है। इसमें कहीं भी ईडी ऑफिस जाने का जिक्र नहीं है। हालांकि सरकार की तरफ से इसकी औपचारिक पुष्टि नहीं की गई है। 3 नवंबर को सीएम हेमंत सोरेन रायपुर जाएंगे। वहां आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होंगे। वहीं 4-9 नवंबर को पलामू, रामगढ़, जमशेदपुर, बोकारो और पाकुड़ के अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होंगे। 10 नवंबर को कैबिनेट की बैठक होगी और 11 नवंबर को विधानसभा का विशेष सत्र होगा। इस सत्र में सरकार झारखंड की नई स्थानीयता विधेयक पास कराएगी। बता दें कि 14 सितंबर को हेमंत कैबिनेट ने 1932 के खतियान पर स्थानीयता निर्धारित करने का प्रस्ताव पास किया था।

ईडी के पास कई अहम सबूत होने का दावा..
सूत्रों की मानें तो सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के साहेबगंज स्थित आवास पर छापेमारी के दौरान कई अहम सबूत मिले हैं। ईडी सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री के बैंक खाते से जुड़ा चेक बुक मिला था। 2 चेक बुक में मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर होने की बात कही जा रही है। सीएम के करीबी प्रेम प्रकाश के हरमू स्थित आवास पर छापेमारी के दौरान ईडी ने 2 एके-47 राइफल और 60 गोलियां मिली थी। जब्त हथियार जिन 2 कांस्टेबल के थे, वे मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा में तैनात थे।

कई वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में था पंकज मिश्रा..
बताया जाता है कि पंकज मिश्रा कई वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में था। जांच में ईडी को इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि पंकज मिश्रा मुख्यमंत्री का नाम लेकर अधिकारियों को मदद के लिए धमकाता था। अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में 19 जुलाई को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया था। इस गिरफ्तारी के बाद से ही कयास लगाये जा रहे थे कि मुख्यमंत्री भी जांच के घेरे में आयेंगे। पंकज मिश्रा पर अवैध खनन के जरिए 42 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा है। ईडी ने बताया था कि राज्य में 1000 करोड़ रुपए से भी अधिक का अवैध खनन हुआ है, इस मामले में कई बड़े अधिकारी शामिल हैं।

ईडी कार्यालय की सुरक्षा बढ़ाने के लिए DGP को ED का पत्र..
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी ) की ओर से हिनू एयरपोर्ट रोड स्थित अपने ऑफिस की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पुलिस मुख्यालय से अतिरिक्त बलों की मांग की गई है। ईडी ने डीजीपी नीरज सिन्हा को इस बारे में पत्र भी भेजा है। पत्र की कॉपी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को भी दी गयी है। डीजीपी नीरज सिन्हा ने ईडी दफ्तर की सुरक्षा के लिए चिट्टी मिलने की बात मानी है।

ED नोटिस पर पॉलिटिकल अटैक..
हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ को लेकर बीजेपी के नेता हमलावर हैं। नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट किया कि ‘झारखंड कीर्तिमान बनाने वालों का प्रदेश है। हेमंत सोरेन देश के ऐसे पहले मुख्यमंत्री बनेंगे जो घपले-घोटाले और लूट के आरोप में मुख्यमंत्री पद पर रहते ED के यहां पूछताछ के लिए पेश होंगे। भगवान न करे कि ये जेल से ही राज्य चलाने वाला मुख्यमंत्री का रिकॉर्ड भी झारखंड के नाम कर दें। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को अगर ED ने बुलाया है तो वह यूं ही नहीं है। इन्होंने पैसे और दौलत की हवस में पूरे राज्य को गुंडे, मवालियों, दलालों, बिचौलियों और मुट्ठी भर चोर-बेईमान अफसरों के हवाले कर खुद सिर्फ लूट का माल बटोरने और खपाने के रास्ते खोजने का काम किया है। हेमंत जी शायद यह भूल गए कि जनादेश का मतलब लूट का लाइसेंस नहीं है और वोट से लूट के पाप को कवर नहीं किया जा सकता। आपने लूटा है तो सजा भी भुगतने के लिए तैयार रहिए। देश का कानून अपना काम कर रहा है। आप बेकसूर होंगे तो बेदाग निकल जाइएगा। वैसे पब्लिक सब देख समझ रही है।’ वहीं, अखबार के कटिंग को शेयर करते हुए बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लिखा कि ‘अब क्या बचा? लालू प्रसाद जी एवं मधु कोड़ा जी को जब CBI और ED ने पकड़ा, केंद्र में उन्हीं की सरकार थी। यदि उस वक्त कानून अपना काम कर रही थी, तो आज कानून राजनीति कैसे कर रही है?’