धनबाद : टीबी के मरीजों को गोद लेने की पहल! 20 से ज्यादा टीबी मरीजों को लिया गोद..

Jharkhand: किसी की सेवा करना सबसे बड़ा धर्म होता है स्वास्थ्य विभाग ने समाज सेवा के लिए एक नया और अनोखा विकल्प रखा है यदि आपके मन में हमेशा समाज सेवा की भावना बनी रहती है। लोगों की भलाई करने में खुशी मिलती है, तो टीबी मरीजों को गोद लेकर आप समाज सेवा कर सकते हैं।

टीबी को 2025 तक पूरे देश से जड़ से मिटाने का है संकल्प ….
केंद्र सरकार ने टीबी को 2025 तक पूरे देश से जड़ से मिटाने का संकल्प लेते हुए राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार ने टीबी उन्मूलन का अभियान शुरू किया है। इसीलिए विभिन्न प्रकार के अभियान चलाए जा रहे हैं। इसी बीच अब टीबी मरीजों को गोद लेने की एक अनोखी योजना शुरू की गई है। झारखंड के धनबाद में इस योजना के तहत 20 से ज्यादा सामाजिक कार्यकर्ताओं ने टीवी मरीजों को गोद लिया है।

क्या है गोद लेने की प्रक्रिया….
सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानु प्रतापन ने गोद लेने की प्रक्रिया के बारे में बताते हुए कहा कि गोद लेने की प्रक्रिया बेहद सरल है। कोई भी व्यक्ति कम से कम एक टीबी के मरीज को गोद ले सकता है। सामान्य टीबी के मरीजों को 8 महीने तक सरकार दवा खिलाती है। इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता जिस टीवी मरीज को गोद लिए है 8 महीने तक मरीज की निगरानी करेगा। समय पर मरीज ने दवा खाई है या नहीं, इसकी जानकारी लेता रहेगा। 8 महीने के बीच मरीजों को पौष्टिक भोजन से संबंधित खाद्य पदार्थ, कुछ आवश्यक चीज अपने स्तर से मुहैया कराया जाएगा। मरीज के 8 महीने के बाद ठीक होने पर सामाजिक कार्यकर्ता को भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से सम्मानित किया जाएगा। फिलहाल, धनबाद में कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मरीजों को गोद लेना शुरू किया है।

मरीज की कुछ बातों को रखना होगा गोपनीय….
सिविल सर्जन ने बताया कि जो भी व्यक्ति टीवी मरीज को गोद लेगा उसे कुछ बातों को गोपनीय रखना होगा जिससे कि मरीज को किसी भी प्रकार के सामाजिक गतिविधियों से समस्या ना हो। जैसी मरीज की पहचान, उसका नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।

धनबाद में लगभग 3000 से ज्यादा टीबी के मरीज…
सिविल सर्जन ने बताया धनबाद में लगभग 3000 से ज्यादा टीबी के मरीज है। उनकी निगरानी विभाग की ओर से की जा रही है। सेंट्रल अस्पताल की नर्स कृष्णा मैरी ने 5 मरीजों को गोद लिया है। इसी प्रकार से अन्य समाजसेवी भी आगे आए है। धनबाद में इस कार्यक्रम के तहत 20 से ज्यादा सामाजिक कार्यकर्ताओं ने टीवी मरीजों को गोद लिया है।