बोकारो : पूर्व उपायुक्त राजेश कुमार के आदेश पर वर्तमान उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने तेनुघाट अनुमंडल अस्पताल और गोमिया स्वास्थ्य उपकेंद्र में ऑक्सीजन प्लांट लगाने पर तत्काल रोक लगा दी है। यह योजना 3.98 करोड़ की है। अंदेशा है कि दोनों अस्पतालों के ऑक्सीजन प्लांट की योजना में अधिक खर्च दिखाया गया है। दोनों अस्पतालों के लिए निकाली गई निविदा पर भी संदेह है। उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने दोनों अस्पतालों में लगाए जा रहे ऑक्सीजन प्लांट की जांच का आदेश दिया है। चास के अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप प्रसाद सिंह शेखावत, बोकारो सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डाक्टर एन॰पी सिंह और भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को जांच दल में शामिल किया गया है। जांच दल को एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया गया है।
उपायुक्त कुलदीप चौधरी द्वारा आदेश दिया गया कि जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट में उपलब्ध राशि से दो यूनिट ऑक्सीजन प्लांट लगाने की निविदा निकाली गई। 29 जून 2021 को दिल्ली की एमएफ मेड फ्रेश प्राइवेट लिमिटेड को न्यूनतम बोली के आधार पर कार्यादेश दिया गया। ऑक्सीजन प्लांट की एक यूनिट की लागत 1.99 करोड़ निर्धारित की गई है जो काफी अधिक है। 3 जुलाई 2021 को कंपनी को 25 प्रतिशत अग्रिम राशि का भी भुगतान किया गया है। इस योजना के इन बिंदुओं पर तीन सदस्यीय दल सात दिनों के भीतर जांच करेगा।
1. दोनों अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट के उपयोगिता के साथ अधिष्ठापन का आधार देखा जाएगा।
2. जिलों में इस तरह के ऑक्सीजन प्लांट की तुलनात्मक विवरणी तैयार होगी।
3. अभी तक किए गए कार्यों की फोटोग्राफी कराई जाएगी।
4. जो भी काम किया गया है, निविदा शर्तों के मुताबिक उसकी गुणवत्ता को परखा जाएगा।
5. ऑक्सीजन प्लांट के लिए जो भी सामग्री खरीदी गई है अथवा स्थापित की गई है, उसकी भी विवरणी बनेगी।
6. निविदा कंपनी एमएफ मेड फ्रेश प्राइवेट लिमिटेड का ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना का पूर्व अनुभव का भी ब्यौरा लिया जाएगा।