कोरोना से घबराइए नहीं! जज्बा है बरकरार तो हारेगा कोरोना, भागेगा कोरोना..

देवघर : प्रकृति अग्नि परीक्षा ले रही है। यह भारत है, यहां की मिट्टी में बलिदान और त्याग है। हर भारतवासी में सूरज की आभा है। तभी तो दूसरा देश नतमस्क हो जाता है। महामारी के इस कोरोना काल में शाश्वस्त सत्य से लोग दो चार हो रहे हैं। कोरोना का महासंग्राम छिड़ गया है। और इसमें वीरता की गाथा लिखने वाले कई ऐसे लोग हैं जिनके अदम्य साहस को आप खुद ब खुद सलाम करेंगे।

पूरी दुनिया को परेशान करने वाले और भारत में तांडव मचा रहे कोरोनावायरस के संक्रमण में देवघर के आलोक मल्लिक पूरा परिवार आ गया था। आलोक मल्लिक झारखंड फेडरेशन ऑफ चैंबर के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष हैं। पहले वह संक्रमित हुए, उसके बाद उनका पूरा परिवार धीरे-धीरे संक्रमित हो गया। पत्नी और बेटी के साथ पिता भी प्रभावित हो गए। घर पर केवल मां थी जो संक्रमण से दूर रही।

आलोक कहते हैं कि वह कोरोना वैक्सीन की एक डोज ले चुके हैं। वह सामान्य कामकाज कर रहे थे। अचानक तबीयत कुछ असहज होने लगी। तो दो चार दिन देखा उसके बाद टेस्ट कराया तो पॉजिटिव आ गया। तुरंत चिकित्सक की सलाह ली और दवा शुरू कर दी। एक-एक कर सभी सदस्य संक्रमित हो गए तो सबलोग होम आइसोलेशन में रहे और सबका बेड अलग अलग हो गया। अब उनका पूरा परिवार संक्रमण से बाहर आ गया है। पिताजी बाद में संक्रमित हुए तो वह भी अब ठीक हो गए हैं। कमजोरी को दूर करने के लिए प्रोटीनयुक्त भोजन ले रहे हैं।

आलोक ने कहा कि उनका बेटा राही नई दिल्ली में पढ़ाई करता है, वह भी दिल्ली में रहते हुए 16 मार्च को संक्रमित हो गया था। होम आइसोलेशन में रहकर वह स्वस्थ्य हो गया तो वह यहां आया। तो उसने सबकी देखभाल करना शुरू कर दी। समय पर दवा लेने के साथ साथ चिकित्सक से सलाह लेता रहा। लैब जाकर चेकअप कराता रहा। ऑक्सीजन लेवल घट रहा था तो नियमित तौर पर योगा करता रहा। गिलोय के साथ भाप और काढ़ा का सेवन भी एक अंतराल पर चलता रहा। नॉनवेज में अंडा, मछली और चिकन नियमित अभी भी चल रहा है। क्योंकि चिकित्सक का कहना है कि प्रोटीनयुक्त भोजन बहुत जरूरी है। क्योंकि यह शरीर को बहुत कमजोर कर देता है। अब तो पूरा परिवार ठीक हो गया है।

उन्होंने कहा कि हिम्मत रखना होगा। यह सोचना होगा कि भगवान जो करेंगे अच्छा करेंगे। यदि आपने हिम्मत को कमजोर कर दिया तो कोरोना को परास्त करने में परेशानी आएगी। उन्होंने कहा कि अभी वह और उनका परिवार पौष्टिक आहार ले रहे हैं। रात में हल्दीवाला दूध, दिन में फल, जूस भी ले रहे हैं। अच्छा महसूस कर रहे हैं। कोई कमजोरी भी नहीं लग रही है। पूरा परिवार अभी स्वस्थ्य हैं।