जामताड़ा में बंगलुरू से लौटे एक कोरोना संक्रमित युवक की मंगलवार को मौत हो गई। वह 22 अक्तूबर को बंगलुरू से लौटा था। 24 अक्टूबर को वह पत्नी और मां के साथ कोविड अस्पताल उदलबनी पहुंचा। जहां जांच के बाद वह, पत्नी और मां के साथ संक्रमित निकला था। झारखंड में 29 दिन बाद यह किसी संक्रमित की मौत हुई है। इससे पहले 28 सितंबर को दो लोगों की जान गई थी। जानकारी के अनुसार मरीज को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। जिसकी वजह से वह कोविड-19 अस्पताल आया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद भर्ती कर लिया गया। इसके बाद तबियत बिगड़ने के बाद उसे धनबाद रेफर कर दिया गया। धनबाद ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई। डीसी फैज अक अहमद मुमताज ने कहा की बंगाल से सटे होने के कारण जामताड़ा के लोगो विशेष सतर्कता बरतने की जरुरत है।
बड़ी लापरवाही; स्टेशन पर लगी थी एंबुलेंस संक्रमित निकल गए घर..
इधर, रांची के अधिकारी शहर में कोरोना संक्रमण के फैलने का इंतजार कर रहे हैं। लापरवाही का आलम यह है कि अधिकारी डीसी छवि रंजन के आदेश का पालन भी नहीं कर रहे हैं। उपायुक्त ने सोमवार को आदेश दिया था कि स्टेशन और एयरपोर्ट पर संक्रमित पाए जाने वाले सभी व्यक्तियों को कोविड अस्पताल पहुंचाएं।इसके बावजूद मंगलवार को जहां हटिया स्टेशन से 17 संक्रमित बिना रोक-टोक घर चले गए। वहीं, रांची रेलवे स्टेशन से भी दो यात्री संक्रमण की पुष्टि के बाद भी घर भाग गए। हाल ऐसा था कि रांची रेलवे स्टेशन पर इंटरसिटी एक्सप्रेस से आए एक यात्री में कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित को रोकने के लिए शोर मचाती रही, लेकिन तब तक संक्रमित रेलवे स्टेशन के बाहर निकल गया। इस दौरान दोनों रेलवे स्टेशनों के बाहर खड़ी एंबुलेंस मरीजों की राह देखती रही। संक्रमित एक-एक कर घर जाते रहे।