झारखंड में कोरोना एक्टिव केस बढ़े, रांची सबसे ज्यादा प्रभावित..

रांची: झारखंड में कोरोना संक्रमण एक बार फिर सिर उठा रहा है। राज्य में एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। बीते 24 घंटे में रांची में 27 सैंपलों की जांच की गई, जिसमें से 7 नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है और अस्पताल प्रशासन को पूरी तैयारी में रहने का निर्देश दिया गया है।

पिछले तीन दिनों में संक्रमण दर बढ़ी
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सोमवार को 16 सैंपल की जांच में 3 केस, मंगलवार को 20 सैंपल में 4 केस और बुधवार को 27 सैंपल में 7 पॉजिटिव केस मिले हैं। यानी संक्रमण की दर में लगातार वृद्धि हो रही है। फिलहाल राज्य में कुल 432 सैंपलों की जांच हो चुकी है, जिनमें से 31 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

रांची में सबसे अधिक एक्टिव केस
राज्य में सबसे अधिक एक्टिव केस रांची जिले में हैं, जहां फिलहाल 16 लोग संक्रमित हैं। इनमें से तीन मरीज रिम्स में भर्ती हैं — एक लालपुर, एक सिमडेगा और एक यूपी के गोरखपुर से है। संक्रमित मरीजों की उम्र 40 वर्ष से अधिक है और उन्हें आइसोलेशन और क्रिटिकल केयर विंग में रखा गया है।

रिम्स और सदर अस्पताल ने की तैयारियां

  • कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए रांची स्थित रिम्स (राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान) और सदर अस्पताल ने पूरी तैयारी कर ली है।
  • रिम्स में क्रिटिकल केयर विंग के दो फ्लोर पर 10-10 बेड रिजर्व किए गए हैं।
  • एक विशेष आइसोलेशन विंग भी बनाया गया है।
  • सदर अस्पताल में 20 बेड आरक्षित रखे गए हैं और जीवन रक्षक दवाओं का स्टॉक बढ़ा दिया गया है।

सतर्कता और निगरानी जारी
स्वास्थ्य विभाग की टीम निगरानी और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में जुटी है। वहीं, नागरिकों से मास्क पहनने, हाथ धोने, और भीड़-भाड़ से बचने की अपील की जा रही है। सरकार द्वारा मोबाइल पर लोगों को सतर्कता संदेश भेजे जा रहे हैं, जिसमें कहा गया है कि “लापरवाही नहीं, सजगता जरूरी है।”

डीसी ने दिए सख्त निर्देश
जिला अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक में रांची डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि कोविड गाइडलाइंस का सख्ती से पालन किया जाए। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य हो और सामाजिक दूरी का ध्यान रखा जाए।

झारखंड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार भले धीमी हो, लेकिन स्थिति गंभीर बन सकती है यदि सावधानी नहीं बरती गई। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है, लेकिन आम जनता की सजगता ही इस संक्रमण पर रोक लगाने का सबसे बड़ा हथियार है।

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