रांची : कांग्रेस ने 1971 में हुए बांग्लादेश मुक्ति युद्ध में योगदान देने वाले सैनिकों को सम्मानित करने का फैसला किया है। बता दे कांग्रेस ने ये फैसला बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के 50 वर्ष पूरे होने पर किया है। इसके लिए युवा कांग्रेस और NSUI के कार्यकर्ताओं को उन सैनिकों की सूची बनाने का निर्देश दिया है, जिन्होंने बांग्लादेश मुक्ति युद्ध में अपना योगदान दिया था। कांग्रेस ऐसे लोगों को जिलास्तर पर सम्मानित भी करेगी। डॉ रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में हुई प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में युद्ध की 50वीं वर्षगांठ शौर्य गाथा के रूप में मानने का फैसला किया है।
बैठक को संबोधित करते हुए डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि पश्चिम पाकिस्तान की बर्बरता और रक्तपात से मुक्ति वाहिनी का जन्म हुआ। इसी दौरान पड़ोसी देश से भागकर भारत में कई लोग आए। लगभग 1 करोड़ शरणार्थी भारत पहुंचे थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि जनरल मानिक शॉ के नेतृत्व में भारतीय सेना ने मुक्ति वाहिनी का साथ देते हुए हमला बोल दिया था। इस दौरान कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि 13 दिन की लड़ाई में पाकिस्तान ने भारत के सामने घुटने टेक दिए थे।
इस अवसर कर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, सम्मान समिति के चेयरमैन राजेश ठाकुर, समन्यवक संजय लाल पासवान, संजोयक प्रदीप तुलस्यान, सदस्य गीता श्री उरांव,अमूल्य नीरज खलखो, ज्योति सिंह मथारू, ले.कर्नल समित सहा, राणा संग्राम सिंह,जयशंकर पाठक और राकेश सिन्हा आदि मौजूद रहे।