रांची: बेरमो विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने बंगाल में गिरफ्तार कांग्रेसी विधायकों के खिलाफ रांची के अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इसे लेकर एक और बड़ी खबर आ रही है. दरअसल, थाने में दर्ज जीरो एफआईआर को बंगाल पुलिस को ट्रांसफर किया जा सकता है. खबर लिखते समय इसे लेकर प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी थी. जैसा की ज्ञात हो जामताड़ा से विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी, खिजरी विधायक राजेश कच्छप व कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल के गाड़ी को बंगाल पुलिस ने जब्त कर लिया है. इन तीनों के मौजूदगी में इनके गाड़ी से 48 लाख रुपये बरामद किए गए थे. जिसके बाद कोलकाता पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीनों को हिरासत में ले लिया.
इधर, झारखंड में तीनों विधायक चर्चा का विषय बने हुए है. कोई इसे कांग्रेस की अंतरकलह तो कोई इसे भाजपा द्वारा वर्त्तमान सरकार को गिराने की चाल बता रहा है. वहीं, अनूप सिंह ने तीनों पर प्राथमिकी दर्ज कराते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने तीनों विधायकों पर धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम व जनप्रतिनिधित्व अधिनियम लगाकर प्राथमिकी दर्ज कराई है.
अनूप सिंह के आरोपों के अनुसार झारखंड में चल रही वर्त्तमान सरकार को गिराने की साजिश रची गई थी. इस साजिश में उन्हें भी हिस्सा बनाने की कोशिश की गयी थी. उन्होंने कहा है कि कॉल पर किसी व्यक्ति ने उन्हें 10 करोड़ देने का ऑफर किया था. यही नहीं उन्हें अपने साथ अन्य विधायकों को भी कोलकाता लाने को कहा गया था. ऑफर देने वाले ने उन विधायकों को भी 10-10 करोड़ देने की बात कही थी.
अनूप सिंह के आरोपों के मुताबिक पहले कोलकाता बुलाकर टोकन मनी देने की योजना थी फिर गुवाहाटी ले जाकर जेएमएम और कांग्रेस के सहयोग से चल रही झारखंड सरकार को अस्थिर करने की योजना थी. मंत्री ने बताया कि उन्हें इसका हिस्सा नहीं बनना था, इसलिए उन्होंने ऐसे मामले के सामने आते ही प्राथमिकी करने का फैसला किया. मंत्री अनूप सिंह ने यह भी कहा है कि इन तीनों विधायकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. यदि वे भी चाहते तो असंवैधानिक, व अपराधिक गतिविधियों में शामिल नहीं हो सकते थे.