तालिबान के समर्थन में आए कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी..

तालिबान ने हाल ही में लगभग दो दशक बाद एक बार फिर से अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया। इधर भारत में तालिबान को लेकर तरह-तरह के बयान सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में ताजा बयान झारखंड कांग्रेस के बड़बोल विधायक इरफान अंसारी ने दिया है। इरफान अंसारी ने कहा कि मुख्य मुद्दा है अमेरिकी फौज है, वो जहां जाती है वो शोषण करने लगती है। अमेरिका के फौज का अफगानिस्तान के लोग विरोध कर रहे थे। अमेरिका के फौज को तालिबान वालों ने हटा दिया है ये बात मुझे अच्छा लगा है। अफगानिस्तान में हो रहे घटनाओं को लेकर अमेरिका को जिम्मेदार बताते हुए उन्होंने कहा कि 25 साल से अफगानिस्तान पर राज करने वाला अमेरिका कौन होता है?

इरफान अंसारी ने कहा कि यह बीजेपी की चाल है कि वो सिर्फ तालिबान के मुद्दे पर बहस करना चाहते हैं। जिससे कि भारत के मुख्य मुद्दों से जनता का ध्यान हट जाए। पत्रकार द्वारा पूछे जाने पर कि अफगानिस्तान में लड़कियों को 10 साल की उम्र के बाद भी पढ़ाई का अधिकार मिलना चाहिए या नहीं तो उन्होंने कहा कि आप मेरे साथ चलिए तालिबान फिर हम बताते हैं इसका जवाब।

इरफान अंसारी से जब कहा गया कि अमेरिकी सेना के जाने के बाद हालात काफी खराब हो गए हैं, अफगानिस्तान में आरजकता का माहौल है तो उन्होंने कहा कि कुछ भी खराब नहीं है वो आजादी था। उन्होंने तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे को आजादी बताया। साथ ही कहा कि सबको स्वतंत्रता मिलनी चाहिए। जब तालिबान के शरियत कानून को लेकर विधायक से सवाल किए गए तो उन्होंने कहा कि वो उसका मुद्दा है वो क्या कर रहा है उससे हमें क्या मतलब? आपने कभी पूछा कि मोदी जी क्या कर रहे हैं?

इधर कांग्रेस विधायक के बयान पर पार्टी ने किनारा कर लिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा की ‘मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि इरफान अंसारी ने किस संदर्भ में इस तरह की बात कही है। निश्चित रूप से उनसे पूछा जायेगा कि किस तरह की परिस्थितियों में उन्होंने ऐसी बात कही है। वैसे उनके द्वारा कही गयी बात पूरी तरह से उनके निजी विचारों पर आधारित है। उनकी कही बातों पर पार्टी के अंदर भी चर्चा जरूर होगी।

वहीं इरफान के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने कहा कि यह कांग्रेस की तालीबानी सोच को दर्शाता है। विधानसभा में बीजेपी के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि वह इस तरह का बातें इसलिए कर रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी तालीबानी मानसिकता से ओतप्रोत है। वह ऐसे आतंकवादी संगठन का समर्थन कर रहे हैं जो औरतों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ क्रूरता के लिए जाना जाता है। हमारी कई मां और बहनें और अन्य लोग डर के कारण अफगानिस्तान से भाग रहे हैं। क्या अंसारी यहां भी ऐसी ही स्थिति देखना चाहते हैं।