मुख्यमंत्री ने किया ऐलान पारा शिक्षकों को मिलेगी 5 लाख रुपए की बीमा राशि..

इस वर्ष की शुरुआत से ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विभिन्न क्षेत्र के कर्मियों से जुड़े कई फैसले लिए हैं। इसी कड़ी में सीएम पारा शिक्षकों समेत बीआरपी, सीआरपी और कस्तूरबा गांधी विद्यालय के शिक्षकों के लिए एक खुशखबरी लेकर आए। कल्याण कोष सोसायटी की इस पहली बैठक में में उन्होंने राज्य में समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत कार्य करने वाले 65 हज़ार शिक्षकों सहित सभी बीआरपी, सीआरपी तथा कस्तूरबा गांधी विद्यालय के शिक्षकों व कर्मियों को 5 लाख की बीमा राशि देने की घोषणा की।  शिक्षकों को बीमा का लाभ ग्रुप इंश्योरेंस एक्सीडेंटल की बीमा योजना के तहत दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि अगर कार्यकाल के दौरान किसी भी कर्मी की सामान्य मृत्यु हो जाती है, तो ऐसी स्थिति में  उनके परिजनों को बीमा राशि दी जाएगी जिसकी प्रति व्यक्ति अधिकतम वार्षिक प्रीमियम राशि 80 रुपए होगी।

साथ ही सीएम ने यह भी कहा कि विभिन्न कर्मियों को कल्याण कोष के अंतर्गत ऋण की सुविधा भी उपलब्ध की जाएगी। जिसके तहत उनके बच्चों की उच्च शिक्षा या विवाह के समय 50 हज़ार से अधिकतम 2 लाख रुपए तक ऋण देने का प्रावधान होगा जिसके लिए राज्य सरकार ने 1करोड़ रुपए का कॉरपस फंड बनाया है जिसकी ब्याज राशि से ऋण दिए जाएंगे।

बैठक में उपस्थित मुख्य सचिव सुखदेव सिंह बताया कि इस संदर्भ में पहले आवेदन करने वाले को प्राथमिकता दी जाएगी और इसके 15 दिन की अधिकतम समय के अंदर उन्हें ऋण उपल्ब्ध कराया जाएगा।

इतना ही नहीं  पारा शिक्षकों एवं कर्मियों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का भी लाभ दिया जाएगा। जिसके तहत उनके परिवार के सदस्यों को भी चयनित अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक की निशुल्क सुविधा उपलब्ध होगी। जिसके लिए उन कर्मियों को प्रत्येक साल 900 रुपए का प्रीमियम राशि भुगतान करनी होगी। साथ आयुष्मान भारत में सूचीबद्ध अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध हो सकेगा।

इसके साथ ही पारा शिक्षकों के स्थायीकरण व वेतननामा को लेकर अगली बैठक में चर्चा करने की बात कही।

कल्याण कोष सोसायटी की इस बैठक में मुख्यमंत्री सहित विकास आयुक्त केके खंडेलवाल, शिक्षा सचिव राहुल शर्मा, वित्त सचिव हिमानी पांडे, राज्य परियोजना निदेशक शैलेश कुमार चौरसिया, एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बिनोद बिहारी महतो, संजय कुमार दुबे, ऋषिकेश पाठक, बीआरपी सीआरपी महासंघ के पंकज शुक्ला आदि उपस्थित थे।