झारखंड टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (जेटीडीसी) के होटलों में ठहरने या रेस्तरां में भोजन करने के लिए अब नकद राशि (कैश) स्वीकार नहीं किया जायेगा| आपको बता दें कि जेटीडीसी के सभी होटलों में अब रहने या खाने का बिल देने के लिए स्मार्ट कार्ड की जरूरत होगी| दरअसल , शॉपिंग मॉल के फूड कोर्ट की तरह जेटीडीसी भी अपने ग्राहकों को स्मार्ट कार्ड उपलब्ध कराने जा रही है| साथ ही , ग्राहक को स्मार्ट कार्ड ऑनलाइन रिचार्ज कराना पड़ेगा| जिसके बाद कार्ड स्वैपिंग के जरिये बिल का भुगतान किया जा सकेगा |
वहीं ,जेटीडीसी का स्मार्ट कार्ड मार्च के अंत तक सभी होटलों और रेस्तरां में उपलब्ध करा दिया जायेगा | जिसके लिए टेंडर भी निकाला जा चुका है | हालांकि ,जेटीडीसी के होटलों की ऑनलाइन बुकिंग पर स्मार्ट कार्ड से कोई फर्क नहीं पड़ेगा |मालूम हो कि , जेटीडीसी या झारखंड पर्यटन की वेबसाइट पर होटलों की बुकिंग जारी रहेगी | साथ ही ,ऑनलाइन पेमेंट भी स्वीकार किया जायेगा | लेकिन, होटल में रहने के दौरान होनेवाले खर्च के लिए अब पर्यटकों को स्मार्ट कार्ड की जरूरत पड़ेगी ,जिसे पर्यटक होटल से प्राप्त कर सकेंगे |
जानकारी के अनुसार ,जेटीडीसी द्वारा कैश की जगह स्मार्ट कार्ड से भुगतान करने की योजना होटलों में होनेवाली चोरी को समाप्त करने के लिए बनायी गयी है| कुछ दिनों पहले जेटीडीसी ने होटलों और रेस्तरां की विशेष ऑडिट करायी थी | आपको बता दें कि इस दौरान जेटीडीसी के कई होटलों के कैशमेमो और बैंक एकाउंट में जमा राशि में अंतर होने की जानकारी मिली थी | वहीं , देवघर में एक होटल मैनेजर के खिलाफ जेटीडीसी ने एफआइआर दर्ज करायी थी | जिसके बाद नेतरहाट के एक होटल मैनेजर ने लगभग 98,000 रुपये बैंक में जमा कराये थे |
जेटीडीसी के एमडी ए डोड्डे ने बताया कि बिल भुगतान से संबंधित गड़बड़ी की आशंका को खत्म करने के लिए ही स्मार्ट कार्ड लाया जा रहा है| इससे पर्यटकों को परेशानी नहीं होगी| ये सुनिश्चित किया जाएगा कि स्मार्ट कार्ड की उपलब्धता हर जगह हो| इस महीने के अंत तक स्मार्ट कार्ड से ही होटलों में भुगतान सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जा रहा है|