डुमरी विधानसभा सीट पर 5 सिंतबर को होगा उपचुनाव..

Jharkhand: शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की अचानक से मृत्यु से खाली हुई डुमरी विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा हो चुकी है। संविधान में किये गये प्रावधान के मुताबिक विधानसभा, लोकसभा या राज्यसभा की सीटें छह महीनों से अधिक समय तक खाली नहीं रखी जा सकती है। झारखंड की डुमरी विधानसभा सीट पर 5 सिंतबर को उपचुनाव होगा। नतीजे 8 सितंबर को घोषित किए जाएंगे। भारतीय निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी अधिसूचना में उपचुनाव के लिए पर्चा भरने की आखिरी तारीख 17 अगस्त आधारित की गई है साथी ही उम्मीदवारों के नॉमिनेशन की स्क्रूटनी 18 अगस्त को पूरी कर ली जाएगी।

बेबी देवी को मंत्री बनने के लिए मुख्यमंत्री लगा रहे एड़ी चोटी का जोर….
बीते 6 अप्रैल मंत्री रहे जगरनाथ महतो विधानसभा में डुमरी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे का निधन हो जाने की वजह से इस सीट पर उपचुनाव की जरूरत पड़ी। इसे लेकर मुकाबले का फील्ड सजने लगा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिवंगत जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को मंत्रिमंडल में शामिल कर पहला दांव चल दिया। डुमरी के झामुमो कार्यकर्ता बड़ी संख्या में सीएम के कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं। बेबी देवी मंच पर सीएम के साथ ही रहती है। हर उदघाटन व शिलान्यास में सीएम उन्हें साथ रखते है। बेबी देवी को मंत्री बनाने के साथ ही तय हो गया कि राज्य के सत्ताधारी गठबंधन की उम्मीदवार वही होंगी।

वीवी पैड और वोटिंग यूनिट की चेकिंग हो चुकी है….
उपचुनाव की पूरी प्रक्रिया पहले ही पूर्ण कर दी गई है वीवी पैड और वोटिंग यूनिट गिरिडीह और बोकारो जिला मुख्यालय में पहुंचा दी गयी है। 1500 वीवी पैड और एक हजार वोटिंग यूनिट की सहायता से चुनाव कराया जायेगा। चुनाव आयोग ने डुमरी उपचुनाव कराने के लिए तैयारी पहले ही पूरी कर ली गई थी। राज्य चुनाव पदाधिकारी कार्यालय ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भी वीवी पैड व वोटिंग यूनिट जिला मुख्यालयों में पहुंचा दिया है।

अब तक पांच उपचुनाव….
झारखंड में साल 2019 के विधानसभा चुनावों बाद से अब तक पांच उपचुनाव हो चुके दुमका, मधुपुर, बेरमो, मांडर और रामगढ़ साटा पर अलग-अलग वजहों से हुए उपचुनाव में जेएमएम की अगुवाई वाले सत्ताधारी गठबंधन ने चार बार जीत दर्ज की। सिर्फ एक सीट रामगढ़ का परिणाम, सत्ताधारी गठबंधन के खिलाफ गया था।

नवाडीह में उठाया 1932 खतियान का मुद्दा ….
सीएम ने अपने कार्यक्रमों में लगातार 1932 खतियान का मुद्दा उठा रहे है। 1932 खतियान का अपना पॉजिटिव प्वाइंट बनाते हुए 13 जुलाई को भी डुमरी विधानसभा क्षेत्र के नवाडीह में स्पष्ट कर दिया था कि 1932 हमेशा से हमारा मुद्दा था है और रहेगा, अभी हम हारे नहीं हैं, लंबी छलांग के लिए बस दो कदम पीछे आये है। सीएम ने आगे कहा था कि 1932 को हम फिर से आगे बढ़ायेंगे।