रांची : रांची पुलिस की ओर से जल्द ही खाका तैयार किया जाएगा। इसलिए रांची में जल्द ही बीट पुलिसिंग की शुरुआत होगी। इसमें रांची पुलिस की तरफ से एक बीट बुक तैयार किया जाएगा। बीट बुक में इलाकों का पूरा ब्यौरा दर्ज होगा। पूरे इलाके का नक्शा भी होगा। बीट पुलिसिंग में टाइगर जवानों को भी लगाया जाएगा। इसे देखते हुए टाइगर जवानों की संख्या भी बढ़ाई गई है। पहले शहर में 57 टाइगर जवान थे लेकिन हॉटस्पॉट का चयन कर इनकी संख्या 62 कर दी जाएगी। इनमें कुछ ग्रामीण इलाकों को भी जोड़ा गया है। ग्रामीण इलाकों में कांके, नामकुम और तुपुदाना में अधिक तैनाती की गई है। सभी 62 मोटरसाइकिलों में जीपीएस लगे हुए हैं। इन जीपीएस को लोकेशन ट्रैक करने के लिए एसएसपी, सिटी एसपी, ट्रैफिक एसपी और ग्रामीण एसपी के मोबाइल पर एक एप्लीकेशन भी इंस्टाल रहेगा। इसके जरिए यह पता रहेगा कि कौन टाइगर जवान किस लोकेशन पर है। बीट पुलिसिंग के लिए लगाए गए पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों के जिम्में किरायदारों का भी सत्यापन करना होगा। ताकि शहर में आने वाले संदिग्ध लोगों की पहचान हो सके। दरअसल रांची में किराए के मकान में अपराधियों और नक्सलियों के पनाह लेने की घटनाएं लगातार सामने आ रही थी जिसके बाद यह फैसला लिया गया।
बीट बुक में इलाकों का पूरा ब्यौरा, नक्शा, आबादी, पुलिस के मददगार, गैर मददगार, जेल से छूटे अपराधी, फरार अपराधी, स्कूल और कॉलेज, सरकारी और निजी कार्यालय, बैंक सहित हर उस पहलुओं की डाटा तैयार की जाएगी। इसे ध्यान में रखते हुए बीट बुक तैयार किया गया है। इसके लिए अलग अलग कॉलम बनाए गए हैं। हर कॉलम में पूरा ब्यौरा बीट के पदाधिकारी और अधिकारी दर्ज करेंगे। एसएसपी सुरेंद्र झा के निर्देश पर यह विशिष्ट बीट बुक तैयार किया गया है। सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि बीट बुक का मकसद है इलाके की पूरी डाटा तैयार करना। इसमें हर पहलुओं को ध्यान में रखकर इंडेक्स और कॉलम बनाया गया है। कोरोना की वजह से बीट पुलिसिंग पर ब्रेक लगा दिया गया था लेकिन इसे फिर से नए सिरे से शुभारंभ की जाएगी. .