गिरिडीह: विज्ञान का दायरा दिनानुदिन बढ़ता जा रहा है और विकास के नित्य नए-नए मानदंड तय किए जा रहे हैं। बावजूद इसके हमारा समाज अंधविश्वास में ही डूबा हुआ है। स्थिति यह है कि डायन के नाम पर त्रासदी अब भी जारी है। झारखंड में तो डायन के नाम पर कई निर्दोष महिला की जिंदगी तबाह की जा चुकी है। अब ऐसा ही एक मामला झारखण्ड के गिरिडीह जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र से आया है। यहाँ बदवारा पंचायत के लक्षुवाडीह गांव में डायन बताकर एक महिला को मैला पिलाने की कोशिश की गयी और मारपीट भी की गयी है। बताया गया कि घटना मंगलवार की दोपहर की है जहां डायन बताकर एक महिला को पड़ोस के मां-बेटे ने जबरन मैला पिलाने की कोशिश की। महिला के विरोध करने से भड़के मां-बेटे व अन्य लोगों ने लाठी-डंडे से उसकी जमकर पिटाई कर दी। पिटाई के दौरान पीड़िता के चीखने-चिल्लाने के बाद आसपास के लोग जमा हुए तब तक आरोपी भाग निकले।
इधर महिला को परिजनों ने इलाज के लिए बेंगाबाद के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है। पीड़िता ने कहा कि मंगलवार की दोपहर वह घर के बगल की बारी में फसल तोड़कर घर लौट रही थी। इस बीच पड़ोस के मां-बेटे उसे डायन कहकर रुकने के लिए कहने लगे। माहौल को भांप वह नहीं रुकी। इस बीच मां-बेटे ने उसका पीछा कर उसके साथ लाठी डंडे से पिटाई शुरू कर दी। वहीं जबरन मैला पिलाने की भी कोशिश करने लगे। जब वे लोग अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए, तो भड़कते हुए लाठी-डंडे से उसकी जमकर पिटाई कर दी, जिससे वह घायल हो गयी।
पिटाई से चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग जब वहां पहुंचे, तब जाकर आरोपी भाग निकले। पीड़िता ने बताया कि पिछले कई महीने से वे लोग उसे डायन कहकर गाली-गलौज कर रहे थे। पीड़िता ने थाना में आवेदन देकर इंसाफ की गुहार लगाई है। इधर, थाना प्रभारी कमलेश पासवान ने कहा कि आवेदन मिला है।शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।