दक्षिण अफ्रीका के माली में फंसे झारखंड के सभी मजदूर वापस लौटे..

रांची: पश्चिम अफ्रीकी देश माली से श्रमिकों का अंतिम जत्था आज बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचा. इस जत्थे में 10 श्रमिक थे. इनमें मोहन महतो, तिकेश्वर महतो, तुकेश्वर महतो, कुंजलाल महतो, शंकर कुमार महतो, सुकर महतो, भेखलाल महतो, हेमलाल महतो, रूपलाल महतो शामिल थे. हजारीबाग व गिरिडीह के रहने वाले ये सभी श्रमिक 29 जनवरी 2021 को माली गये थे. इसके बाद जनवरी 2022 में सोशल मीडिया के माध्यम से श्रमिकों ने अपनी स्थिति से मुख्यमंत्री और श्रम मंत्री को अवगत कराया था. श्रम मंत्री को बताया गया कि वे सभी एक पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड में फिटर के रूप में कार्यरत थे. ठेकेदार द्वारा उनका पासपोर्ट जप्त करके रख लिया गया था और वह वापस भारत आ गया. तीन महीने से श्रमिकों को वेतन नहीं दिया गया था. इस मामले पर संज्ञान लेते हुए श्रम मंत्री ने राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष को श्रमिकों की सुरक्षित वापसी कराने का आदेश दिया था.

इसके बाद राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष की टीम लीडर शिखा ने कार्रवाई करते हुए कंपनी के कंट्री हेड व प्रबंधक से संपर्क कर मजदूरों की समस्या पर बात की और उनके खाने की उचित व्यवस्था और वेतन का भुगतान करने को कहा. वहीं घटना के संबंध में भारतीय दूतावास, माली से संपर्क किया गया और घटना से अवगत कराया गया, उनके द्वारा कंपनी, ठेकेदार एवं मजदूरों के प्रतिनिधियों को दूतावास कार्यालय में बातचीत के लिए उन्हें बुलाया गया. कंपनी के प्रतिनिधि ने बकाया वेतन देने की बात कही. इसके बाद उन्हें 46304 रुपये उनके खाते में दे दिये गये और एक महीने के पैसे से उनका टिकट आदि बनाया गया.

बता दें कि पहली और दूसरी खेप में कुल 14 मजदूर झारखंड लौटे थे. इसके बाद तीसरी खेप में 9 मजदूरों की वापसी कराई गई. वहीं अब बचे हुए 10 श्रमिकों की भी वापसी हो गई है. स्वदेश लौटे श्रमिकों ने झारखंड सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे अब कभी विदेश नहीं जाएंगे और अपने देश और राज्य में ही रोजगार करेंगे. मोहन महतो ने कहा कि आने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई.