जाली नोट और सर्टिफिकेट छापने वाले आफताब ने पुलिस की पूछताछ में उगले कई राज़..

जमशेदपुर के मानगो स्थित गुलाबबाग में बड़े पैमाने पर फर्जी सर्टिफिकेट बनाने का गोरखधंधा चल रहा था| यहां बिहार से यूपी तक के लोग फर्जी सर्टिफिकेट बनवाने आते थे| महज 200 से 400 की रकम में उन्हें मनचाहा सर्टिफिकेट मिल जाता है। हालांकि सर्टिफिकेट के साथ ही ये हिदायत दी जाती थी कि इसका उपयोग कॉरपोरेट और सरकारी नौकरी में नहीं करना है। ये तमाम खुलासे आफताब आलम ने किया है जिसे बीते दिनों जाली नोट और फर्जी सर्टिफिकेट छापने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था| पुलिस की पूछताछ के दौरान आफताब ने कई और बातें बताई हैं जिसके तहत 34 ऐसे लोगों की जानकारी मिली है, जिनका फर्जी सर्टिफिकेट बनकर तैयार है।

आफताब ने पुलिस को बताया कि ज्यादातर लोग शादी में दिखाने के लिए फर्जी सर्टिफिकेट खरीदकर ले जाते थे। वो यूट्यूब की मदद से और इंटरनेट पर संबंधित विश्वविद्यालय और कॉलेज की मार्कशीट और सर्टिफिकेट देखकर उसकी कॉपी बनाता था| यूट्यूब से तकनीक सीख कर सर्टिफिकेट स्कैन करके पेपर पर प्रिंट निकालकर देता था।

हालांकि आफताब ने ये साफ किया कि नकली सर्टिफिकेट और नोट स्कैन करने का उद्देश्य कभी करोड़पति बनना नहीं था| वो बस अपने परिवार का पेट पालना चाहता था। यही कारण है कि उसने कभी रुपयों का बंडल नहीं बनाया| लेकिन जैसे जैसे कमाई होने लगी तो उसका लालच भी बढ़ने लगा और रांची, बेंगलुरू के कॉलेज से बीटेक, पॉलिटेक्निक सहित अन्य डिग्री वाले सर्टिफिकेट बनाना शुरू कर दिया। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से जिन लोगों के नाम के सर्टिफिकेट मिले हैं, उनमें वाराणसी, लखनऊ, बिहार, नवादा, पटना, रांची सहित अन्य जगहों के लोग शामिल हैं।

गौरतलब है कि शनिवार को जुगसलाई रेलवे फाटक के पास आफताब ने फल खरीदकर दुकानदार को 500 रुपये का नोट थमाया। फल विक्रेता को संदेह हुआ और फिर इसे लेकर दोनों के बीच बहस होने लगी। जब उससे पूछताछ शुरू हुई तो आफताब ने नोट फाड़कर सड़क किनारे फेंक दिया। इससे लोगों का शक और बढ़ गया, फिर उसे पकड़ कर जुगसलाई पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद एसएसपी को इस बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने पुलिस टीम गठित कर आरोपी के घर पर छापेमारी की| छापेमारी में आफताब के घर से स्कैनिंग मशीन, प्रिंटर, लैपटॉप, कंप्यूटर सहित नकली नोट छापने वाली मशीन बरामद किया गया था।

एसएसपी एम तमिल वाणन ने बताया कि जिनके नाम के सर्टिफिकेट मिले हैं, उनकी की तलाश की जा रही हैं, पुलिस जल्द ही उन लोगों को भी हिरासत में लेगी।