झारखंड विधानसभा में मंगलवार का दिन काफी हंगामेदार रहा। एक तरफ नमाज के लिए कमरा आवंटन को लेकर भाजपा विधायकों ने जमकर हंगामा किया तो दूसरी ओर बैद्यनाथ धाम मंदिर खोलने की मांग को लेकर भाजपा विधायक नारायण दास डमरू बजाते हुए विधानसभा पहुंचे। उन्होंने कहा कि कोविड के मामलों में उल्लेखनीय गिरावट के बावजूद सरकार मंदिर खोलने से संबंधित आदेश नहीं जारी कर रही है। यह बिल्कुल अनावश्यक और गलत बात है। हिन्दुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ है। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा विधायक ने कहा कि देवघर नटराज की नगरी है। वहां महादेव वास करते हैं।
बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर सिर्फ देवघर के लिए ही आस्था का केंद्र नहीं है। पूरे देश की आस्था वहां से जुड़ी है। बाबा बैद्यनाथ मंदिर हमेशा से बहुत से लोगों के रोजगार का केंद्र भी रहा है। हजारों लोगों का जीवनयापन वहां से होता है। चाहें वे फूल वाले हों, सिंदूर वाले या बर्फी वाले। या फिर पुरोहित समाज के लोग हों। इन सभी का जीवन बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर के ऊपर आश्रित है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच महीने से सोरेन सरकार ने मंदिर को बंद रखा है। कल यहां शिव के रूप में तांडव प्रस्तुत किया। आज फिर सरकार को चेतावनी दे रहा हूं। जल्द से जल्द मंदिर खोल दें। यदि मंदिर जल्द नहीं खोला गया तो विस सत्र के बाद देवघर में आंदोलन होगा। विधायक ने कहा कि देवघर के लोग भूखमरी के कगार पर हैं। वहां की जनता आंदोलित है। लोगों का बुरा हाल है। व्यापारी पलायन करने पर मजबूर हो गए हैं।