राज्य में ब्लड-बैंक की संख्या 57 से बढ़ कर 125 होंगी..

रांची: झारखण्ड राज्य में अब ज़रुरतमंदों के लिए खून की कमी दूर होने जा रही है| राजधानी रांची समेत राज्यभर के अनेक जिलों में नए ब्लड-बैंक खोले जाएँगे| नए ब्लड-बैंक्स की संख्या 125 निर्धारित की गयी है| इस कदम से फायदा यह होगा कि प्रदेश में खून की कमी से होने वाली मृत्युदर में गिरावट आएगी| एक्सीडेंट या दूसरी बीमारियों, जिनमें तत्काल रूप से पेशेंट को खून की ज़रूरत होती है, उन मामलों में अब राहत मिलेगी| खून की बोतलों की व्यवस्था के लिए अब भागादौड़ी नहीं करनी होगी| इस फैसले से झारखण्ड के लोगों की जान बच सकेगी| इन ब्लड-बैंक्स के निर्माण के लिए झारखंड स्टेट एड्स कण्ट्रोल सोसाइटी पूरे राज्य के सामाजिक संस्थाओं सहित सोशल इंटरप्रेन्योर्स जो अपना स्टार्ट-अप खोलना चाहते हैं, उनको मौका दे रहा है| इसके लिए लोगों को जेसैक्स के ज़रिये आवेदन करना होगा| इस काम में करीब 60 लाख रुपए खर्च करने होंगे। आवेदन के बाद साइट वेरिफिकेशन होगा। उसके बाद वैसे लोगों को लाइसेंस दिया जाएगा जिन्होंने नाको के गाइडलाइन के हिसाब से सारी शर्तें पूरी की हों।

खून की कमी होगी दूर:
वर्तमान में झारखण्ड में खून की काफी कमी रिपोर्ट की जाती है| इस कारण कई बार सही सुविधा के अभाव में लोगों की जान चली जाती है| रिसर्च के अनुसार 10 में से 7 महिलायें एनीमिया से जूझ रही होती हैं और कई बार उन्हें खून चढाने की ज़रूरत पड़ती है| जानकारी के अनुसार अभी हर साल राज्य में साढ़े तीन लाख यूनिट ब्लड की आवश्यकता होती है परन्तु केवल 2 लाख यूनिट खून ही अभी कलेक्ट किया जा रहा है| ऐसी स्थति में 1.5 लाख यूनिट खून की भारी किल्लत अस्पतालों के सामने हर साल होती है| नए ब्लड-बैंक खुलने से यह समस्या दूर हो जाएगी|

ब्लड कलेक्शन बढ़ेगा :
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीयों के अनुसार अभी लोगों को ब्लड बैंक से खून लेने के लिए पहले किसी व्यक्ति को वहां खून डोनेट करना होता है| इसके बाद ही उन्हें ब्लड मिल पता है| ऐसा खून की कमी के कारण किया जाता है ताकि बैंक में ब्लड की कमी न हो|
जब बैंक की संख्या बढ़ जाएगी तो लोगों में स्पर्धा बढ़ जाएगी, जिससे ब्लड कलेक्शन रेट भी बढेगा| साथ ही लोगों को ब्लड एक्सचेंज करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी|

ब्लड कलेक्शन में आई है तेजी:
2021 के अप्रैल व मई माह में सभी ब्लड बैंक में कुल 15359 यूनिट ब्लड जमा किये गए हैं| जून में यह संख्या बढ़ कर 21188 हुई है| जुलाई के अंत तक यह आंकड़ा बढ़ा कर 30 हज़ार यूनिट करने का टारगेट झारखण्ड एड्स कंट्रोल सोसाइटी द्वारा रखा गया है| राज्य में अधिक मात्रा में रक्त-संग्रह हो पाए इसके लिए सीआरपीएफ, बीएसएफ, एनसीसीए छात्रों, चेम्बर ऑफ़ कॉमर्स, रेडक्रॉस सोसाइटी, रोटरी क्लब व कई सरकारी और स्वयंसेवी संस्थानों के साथ मिल कर काम किया जा रहा है|

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