झारखंड: स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी 50 करोड़ की योजनाओं की शुरुआत..

राज्य सरकार थर्ड वेब को लेकर काफी सजग है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज रांची रिम्स में एक साथ सेंट्रल लैब, सीटी स्कैन मशीन, कोबास जांच मशीन और पीएसए प्लांट का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद से अब यहां करीब 100 प्रकार की जांच सस्ते दर पर या मुफ्त में उपलब्ध हो जाएगी। इससे पूर्व रिम्स के मरीजों को विभिन्न प्रकार की जांच के लिए निजी जांच केंद्रों का रूख करना पड़ता था। इसके साथ ही आज रांची सदर हॉस्पिटल में 100 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाले PSA ऑक्सीजन प्लांट का शुभारंभ किया गया। साथ ही 19 जिलों के 27 स्थानों पर PSA का भी ऑनलाइन उद्घाटन हुआ.

बता दें की अभी तक RIMS में RTPCR मशीन के माध्यम से ही जांच की जा रही थी। RIMS राज्य का पहला अस्पताल होगा जहां कोवास से कोविड सैंपल की जांच की शुरुआत की जाएगी। कोबास की मदद से कोरोना के सैंपल का जांच बेहतर तरीके से हो सकेगी। इस मशीन से एक दिन में 1200 सैंपल की जांच हो पाएगी। इस मशीन की मदद से केवल कोरोना का ही नहीं, बल्कि अन्य वायरल इंफेक्शन की जांच भी की जा सकती है, जिससे RIMS आने वाले मरीजों को लाभ मिलेगा। कोबास मशीन से वायरल हेपेटाइटिस बी एंड सी, एचआईवी (HIV), एमटीबी, पैपिलोमा, क्लैमाइडिया, नेयसेरेमिया जैसे रोगों के लक्षणों का पता लगाया जा सकता है।

इस मौके पर जहां सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि थर्ड वेब को लेकर राज्य सरकार सचेत है। इसके लिए सभी जिलों में इसकी तैयारी पूरी की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की कोशिश है कि हर हाल में लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो।

वहीं, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार राज्यवासियों के स्वास्थ्य को लेकर काफी गंभीर है। यही कारण है कि विभिन्न जिलों में स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं को लेकर कई योजनाओं को शुरू किया जा रहा है। कोरोना जैसी महामारी में राज्य सरकार ने सीमित संसाधनों के बावजूद अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर कार्य किया है।

उद्घाटन कार्यक्रम में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अरूण कुमार सिंह ने विभाग की योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि कोविड के बचाव, रोकथाम तथा इलाज के लिए राज्य के 19 जिलों के 27 स्थलों पर पीएम केयर फंड के तहत जहां 27 PSA प्लांट का उद्घाटन किया गया है, वहीं जनसमुदाय को रक्त संबंधित सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए रिम्स में सेंट्रल लैबोरेटरी का निर्माण किया गया है।

उन्होंने बताया कि कोबास 6800 लैब की स्थापना होने से कोविड-19 के RT PCR सैंपल की जांच हर दिन 1200 से ज्यादा हो सकेगी। साथ ही न्यू ट्रॉमा सेंटर के प्रथम तल्ले पर 256 स्लाइस सीटी स्कैन के इंस्टॉलेशन से हाई क्वालिटी ब्रेन कोरोनरी, एनजीओग्राफी के अलावा लंग्स एनलाईसिस का स्कैन की सुविधा भी मरीजों को मिल सकेगी।

इस अवसर पर विधायक प्रदीप यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद, रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद, एनआरएचएम के भुवनेश प्रताप सिंह, आरयू के वाईस चांसलर कामिनी कुमार, सिविल सर्जन रांची डॉ विनोद कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।