पिछले पांच वर्षों से बैजनाथपुर स्थित कृषि बाजार के डीएमएसफसी गोदाम में रखा 450 क्विंटल चीनी बर्बाद हो गया | कई बोरी चीनी जमीन पर ही जमकर मोटी परत बना चुकी है | इस मामले में संज्ञान लेते हुए , देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री के इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया है और इसके जांच के आदेश दिये हैं | डीसी ने कहा है कि जांच में दोषी पाये जानेवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी | अधिकारियों के मुताबिक , सरकार के आदेश के बाद विभाग ने चीनी आवंटन पर रोक लगा दिया था | रोक लगने के बाद अधिकारियों ने इसे सुरक्षित रखने या वापस भेजने में गंभीरता नहीं दिखाई | जिसकी वजह से सैकड़ों क्विंटल चीनी बर्बाद हो गया |
आपको बता दें कि वर्ष 2015-16 में देवघर व सारठ के राशनकार्ड धारकों के बीच बांटने के लिए चीनी आया था | लेकिन किसी कारणवश सरकार के द्वारा पीएच राशन कार्डधारियों को चीनी का आवंटन नहीं करने का आदेश मिला | जिसके बाद से चीनी की बोरियां गोदाम में ही सड़ गई | गोदाम में इतने समय तक रखा चीनी बर्बाद हुआ लेकिन किसी को भनक भी नहीं हुई | चीनी बर्बाद होने के साथ साथ गोदाम का एक बड़ा हिस्सा भी बेकार हो गया |