झारखण्ड के कई जिलों में युवा बेरोज़गार दिवस मना रहे हैं। छात्र अपने-अपने जिलों में महापुरुषों की प्रतिमा के आगे धरना दे रहे हैं। झारखण्ड राज्य ने 15 नवंबर को अपना 20वां राज्य स्थापना दिवस मनाया और दूसरे ही दिन युवाओं ने बेरोज़गारी के मुद्दे को लेकर आंदोलन करने का निर्णय लेते हुए सरकार के खिलाफ वापस से धरना देना शुरू किया। झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के बाहर भारी तादात में युवाएं एकजुट होकर 16 नवंबर के दिन, हाथों में पोस्टर और बैनर के साथ धरने पर बैठे नज़र आए। यह आंदोलन पिछले दिनों से लगातार जारी था।
छात्रों का यह कहना है कि सरकार बेरोज़गारी की समस्या पर किये गए वादों से मुकर रही है। साथ ही में उन्होने यह भी बताया की पिछले कुछ दिनों से मोराबादी में आंदोलन किया जा रहा था, पर उस वक़्त कांग्रेस नेताओं ने 15 नवंबर को पहले नियुक्ति का विश्वास दिलाकर आंदोलन रद्द करा दिया। इसके अलावा कांग्रेस कोटे के दो मंत्रियों ने भी यह आश्वासन दिलाया। पर 15 नवंबर यूँही राज्य स्थापना दिवस के जश्न में पार हो गया और कोई भी नियुक्ति नहीं की गई।
छात्रों ने चेतावनी भरे स्वर में नियुक्ति की मांग को लेकर सरकार को यह कहा कि यह आंदोलन अब तब ही ख़त्म होगा जब सरकार उनकी मांग को गंभीरता से लेकर उसके निष्कर्ष पर नहीं आती।