अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर डीपीएस बोकारो में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें विद्यालय की महिला शिक्षकों और अन्य महिला कर्मियों को सम्मानित किया गया. विद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार ने इस अवसर पर कहा कि महिलाएं समाज और राष्ट्र की अहम धुरी हैं. भारत में नारी को देवी का दर्जा दिया गया है, और जहां नारी का सम्मान होता है, वहां देवताओं का वास माना जाता है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश की स्वतंत्रता संग्राम से लेकर विकसित भारत की यात्रा तक, महिलाओं ने पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर अग्रणी भूमिका निभाई है. वर्तमान समय में भी वे राष्ट्र की प्रगति में बराबरी की भागीदार हैं. विद्यालय के सभी महिला शिक्षकों और अन्य महिला कर्मियों को प्राचार्य द्वारा महिला दिवस की शुभकामना पत्र और गुलाब भेंट कर सम्मानित किया गया. इस औचक सम्मान से शिक्षिकाएं अत्यंत प्रसन्न दिखीं और उन्होंने विद्यालय प्रशासन का आभार प्रकट किया. इस अवसर पर प्राचार्य के साथ मिलकर शिक्षिकाओं ने केक भी काटा, जिससे यह आयोजन और भी खास बन गया.
डीपीएस बोकारो की प्रतिष्ठा में महिला शिक्षकों का योगदान महत्वपूर्ण
महिला शिक्षकों के योगदान को रेखांकित करते हुए प्राचार्य डॉ. गंगवार ने कहा कि डीपीएस बोकारो की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिली प्रतिष्ठा में महिला शिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है. उन्होंने कहा कि महिला शिक्षिकाएं विद्यालय का अभिन्न अंग हैं, जो न केवल विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करती हैं, बल्कि उनमें करुणा, सहानुभूति और मातृत्व भाव का भी संचार करती हैं. वे विद्यार्थियों के समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त करने में अहम भूमिका निभा रही हैं. प्राचार्य ने इस वर्ष के अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की थीम ‘एक्सीलेरेट एक्शन’ यानी “कार्रवाई में तेजी” का उल्लेख करते हुए कहा कि महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देने और जागरूकता फैलाने के लिए कार्य की गति को और तेज करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करना, समय की मांग है.
महिला दिवस पर शिक्षिकाओं ने भी जताया आभार
इस आयोजन के दौरान महिला शिक्षकों ने भी अपने विचार व्यक्त किए और विद्यालय प्रशासन द्वारा किए गए इस सम्मान समारोह के प्रति आभार प्रकट किया. शिक्षिकाओं ने कहा कि डीपीएस बोकारो हमेशा से ही अपने शिक्षकों और कर्मचारियों को विशेष सम्मान देता आया है, जिससे उनमें कार्य के प्रति और अधिक उत्साह बढ़ता है. इस अवसर पर विद्यालय के उपप्राचार्य अंजनी भूषण, उपप्राचार्या मनीषा शर्मा और शालिनी शर्मा, प्रधानाध्यापिका डॉ. सरिता गंगवार, शिक्षिका प्रीति सिन्हा, अनिंदिता भद्रा, सुनीता भारद्वाज, ममता त्रिपाठी, सुपरवाइजर निमिषा रानी और फरजाना गजाला नीलू सहित अन्य महिला शिक्षिकाएं मौजूद रहीं.
महिला सशक्तिकरण की दिशा में डीपीएस बोकारो का योगदान
डीपीएस बोकारो ने हमेशा से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है और यह आयोजन उसी कड़ी का एक हिस्सा है. विद्यालय में महिला शिक्षकों को न केवल बराबरी का स्थान दिया जाता है, बल्कि उनके योगदान को भी विशेष रूप से सराहा जाता है. डॉ. गंगवार ने कहा कि महिलाओं की भागीदारी के बिना किसी भी राष्ट्र की प्रगति अधूरी है. उन्होंने विद्यालय की महिला शिक्षिकाओं से अपील की कि वे विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा भी दें, ताकि आने वाली पीढ़ी मजबूत और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण कर सके.