गोड्डा: झारखंड में गोड्डा जिले को कोरोना मुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन ने शानदार प्रयोग किया है। बता दे कि डीसी भोर सिंह यादव ने टीका लेने वाले प्रत्येक बीपीएल परिवार को लोहे की कढ़ाई उपहार के तौर पर देने की घोषणा की है।इससे एनीमिया मुक्त भारत अभियान को बल मिलेगा। लोहे की कढ़ाई में खाना पकाने से आयरन की पर्याप्त मात्रा भोजन में पहुंचती है जो एनिमिया से बचाव करती है। गोड्डा में महिलाओं और बच्चों की संख्या 70% के आसपास है।यहां 75 हजार बीपीएल परिवार है।कुल गरीब परिवार लगभग दो लाख है। सबको जिला खनन निधि ट्रस्ट मद से कड़ाही दी जाएगी। वैक्सीन के दोनों डोज लेने वाले परिवार के मुखिया को प्रशासन 250 रूपये की लागत वाली ढाई से 3 किलो वजन की लोहे की कड़ाही देगी। गरीब परिवार को लोहे की कढ़ाई देने की घोषणा के बाद टीकाकरण की रफ्तार में तेजी आई है।
गोड्डा में जून के पहले सप्ताह में कोरोनावायरस के टीकाकरण की गति करीब 5% थी। रफ्तार बढ़ाने को लेकर तब कड़ाही देने की घोषणा हुई। पोड़ैयाहाट के विधायक प्रदीप यादव ने वैक्सिनेशन में सर्वश्रेष्ठ 3 गांव को अपने वेतन से 51 हजार,41 हजार और 25 हजार रूपये देने की बात कही। अपने विधानसभा क्षेत्र में 90 फीसद तक टीकाकरण कराने वाली 3 सर्वश्रेष्ठ पंचायत को विधायक निधि से 20 लाख,15 लाख और 10 लाख रूपये विकास योजनाओं को देने का वादा किया। इसका नतीजा यह हुआ कि टीकाकरण की रफ्तार 5% से बढ़कर 27% हो गई। अब तक 9.25 लाख में से ढाई लाख लोगों का टीकाकरण हो चुका है।रोज 5 से 7 हजार लोग टीका लगवा रहे हैं।जिला प्रशासन पंचायत प्रतिनिधि के माध्यम से जागरूकता अभियान चला रहा है।जिसका मकसद है कि लोग कोरोना के संक्रमण और एनीमिया से बच सकें।
डीसी भोर सिंह यादव ने बताया कि वैक्सीन का दोनों डोज लेने वाले परिवार के मुखिया को प्रशासन 250 रुपये की लागत वाली ढाई से तीन किलो वजन की लोहे की कड़ाही देगा। गरीब परिवारों को लोहे की कड़ाही देने की घोषणा के बाद टीकाकरण की रफ्तार में तेजी आने से प्रशासन गदगद है।