रेलवे में काउंटर टिकट लेने के लिए अब आपको अपने गंतव्य का पूरा पता देना होगा| जी हां, रेलवे आरक्षण काउंटर पर टिकट की बुकिंग के दौरान यात्रियों को अपने स्थानीय पते के साथ-साथ गंतव्य का भी पिन कोड और पता बताना होगा। गुरुवार को धनबाद में शुरू हुई बुकिंग के साथ ही नई व्यवस्था बहाल हो गई। हालांकि यात्रियों को पहले दिन ये जानकारी नहीं होने के कारण यात्री तथा बुकिंग क्लर्क, दोनों को ही काफी मशक्कत करनी पड़ी। जिसके बाद आरक्षण केंद्र ने इस संबंध में घोषणा की।
दरअसल, रेलवे द्वारा अब यात्रियों का पूरा ब्योरा दर्ज करने के बाद ही टिकट बनाया जा रहा है। यात्री का पूरा पता और उसे जहां जाना है वहां का पता विवरण का रिकॉर्ड रखा जा रहा है। ये विवरण बाद में राज्य सरकार को उपलब्ध कराया जाएगा। ये तमाम कवायद कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए की जा रही है। अगर कोई यात्री कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो रिकॉर्ड के जरिए इस बात का पता चल सकेगा कि वो किन-किन लोगों के संपर्क में आया था| इससे पहले ऐसा नहीं होता था। काउंटर पर टिकट के लिए भरे जाने वाले फॉर्म पर औपचारिकता मात्र पूरी करने के लिए ऊपर पता व मोबाइल नंबर भर दिया जाता था।
धनबाद के सीनियर डीसीएम अखिलेश कुमार पांडेय ने बताया कि अब से आरक्षण फॉर्म में यात्रियों को स्थानीय पता और जहां जाना है वहां की विस्तृत जानकारी भरकर देनी होगी। रेलवे उनका रिकॉर्ड रखने के साथ-साथ उसे राज्य सरकार को उपलब्ध कराएगी।
उधर कई ट्रेनों में सीटें फुल मिलने लगी हैं| धनबाद से फिरोजपुर जाने वाली लुधियाना एक्सप्रेस 15 सितंबर तक फुल है। वही दरभंगा सिकंदराबाद एक्सप्रेस की सीटें 15 अक्टूबर तक के लिए फुल हो चुकी है। शिप्रा एक्सप्रेस में पूरे सितंबर में अब जगह मिलना मुश्किल है।
अक्टूबर व नवंबर में त्योहारों का सीजन शुरू हो जाएगा| इस दौरान इन ट्रेनों में वापसी की बुकिंग भी पूरी तेजी से हो रही है। छठ पर्व को लेकर, खास तौर पर दरभंगा-सिकंदराबाद एक्सप्रेस में बुकिंग तेज चल रही है। गौरतलब है कि फिलहाल ये एक ही ट्रेन बिहार-झारखंड से दक्षिण भारत की ओर जाने वाली है। जिसकी वजह से इसमें ज्यादा भीड़ है।