झारखंड में आज आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 8 लोगों की मौत हो गई। इनमें से तीन बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खड़े थे। हजारीबाग के टाटीझरिया थाना क्षेत्र के केशोडीह जा रहे दो व्यक्ति पर आकाशीय बिजली गिरने से घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। जबकि रामगढ़ के चितरपुर में खेत में काम कर रहे नाबालिग लड़के की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से जान चली गई। इधर, आकाशीय बिजली गिरने से जामताड़ा में एक युवक, चतरा स्थित टंडवा में दो लोग, गढ़वा के रंका में एक और घाटशिला के बहरागोड़ा में एक छात्रा की मौत हो गई।
हजारीबाग में आंधी-पानी और वज्रपात ने सबसे ज्यादा कहर ढाया। जिले के टाटीझरिया प्रखंड क्षेत्र में बुधवार की देर शाम में हुई जोरदार बारिश के दौरान वज्रपात की चपेट में आने से दो युवकों की मौत हो गई जबकि एक युवक घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों में सूरज भुईयां और अंकुश साव शामिल हैं। जिले के केरेडारी में भी वज्रपात से प्रकाश महतो नामक ग्रामीण की मौत हुई है। इसके अलावा दारू प्रखंड में तेज आंधी में एक विशाल पेड़ एनएच 100 पर गिर गया जिससे वहां आवागमन कुछ देर के लिए ठप हो गया।
गढ़वा में वज्रपात की दो अलग-अलग घटनाओं में एक मजदूर की मौत हो गई जबकि एक बच्ची बुरी तरह झुलस गई। वहीं, रामगढ़ के चितरपुर प्रखंड अंतर्गत बड़कीपोना के काली चौक निवासी भूषण महतो का पुत्र अंकेश कुमार (14) अपने खेत में काम कर रहा था। तभी तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई। इसी बीच अचानक उस पर आकाशीय बिजली गिरी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
चतरा जिले के टंडवा में एक युवती वज्रपात का शिकार हुई है। इसके अलावा सरायकेला में आंधी में आम का पेड़ गिरने से उसके नीचे दबकर दो बच्चों की जान चली गई। पूर्वी सिंहभूम, बोकारो और जामताड़ा में भी एक-एक व्यक्ति के मरने की खबर है। इसके साथ ही रामगढ़, लातेहार, और लोहरदगा जिले में भी आंधी-पानी में कई जगह पेड़ गिरने की सूचना है।