रांची: पूरे देश में जहां हर घर तिरंगा अभियान सफलतापूर्वक चला. वहीं, एक परिवार के लिए यह काल की वजह भी बन गया. जी हां, मामला रांची के कांके थाना क्षेत्र के बोड़ेया राइस मिल के समीप का है. रविवार की शाम करीब 07 बजे एक ही परिवार के तीन लोगों की 11000 वोल्ट के तार की चपेट में आने से मौत हो गई. इनमें 25 वर्ष की पूजा कुमारी और 23 वर्ष के विनीत झा के अलावा 26 वर्ष की आरती कुमारी भी शामिल हैं. जानकारी के अनुसार पूजा कुमारी और विनीत झा के पिता शिव कुमार और आरती कुमारी के पिता विजय झा हैं. शिव कुमार और विजय झा सगे भाई है और पूरा परिवार एक ही छत के निचे संयुक्त रूप से रहता था. खबरों की मानें तो तिरंगा हल्का झुक गया था जिसे सीधा करने में इनकी जान गयी है. इस मामले में सीएम हेमंत सोरेन ने भी एक ट्वीट करके दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा- भगवान इन दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें तथा परिवार को इस दुख की घड़ी को सहने की शक्ति दें.
11000 वोल्ट के तार की चपेट में आने से तीन बच्चों की मौत..
मिली जानकारी के अनुसार छत पर स्थित स्टील के रोड में इन्होंने तिरंगा को लगाया था. लेकिन, रांची में लगातार हो रही बारिश और चलती हवाओं के कारण झंडा थोड़ा झुक गया था जिसे ठीक करने के लिए सबसे पहले विनीत गया. वहीं, पास में करीब 06 इंच की दूरी से 11000 वोल्ट का तार गुजरा था, जिस पर झंडा झुक कर सटा गया था. विनीत उस झंडे को जैसे हटाने लगा करेंट की चपेट में आ गया. साथ में खड़ी बहन, पूजा व आरती ने देखा तो भाई को बचाने की कोशिश में दौड़ पड़ी.
विनीत की घटनास्थल पर मौत..
इस दौरान विनीत की तो घटनास्थल पर ही मौत हो गई. लेकिन, पूजा और आरती गंभीर रूप से घायल हो गई. जिसके बाद दोनों को आनन-फानन में नजदीकी कांके जनरल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें भी मृत घोषित कर दिया. लोगों का कहना है कि घटनास्थल पर एक बिल्ली भी मौजूद थी, वह भी करंट में चपेट में आ गयी, उसकी भी मौत हुई है.
पूजा की SBI में होनी थी ज्वाइनिंग..
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था, उन्होंने बताया कि पूजा कुमारी का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में जॉब मिल गयी थी. एक सप्ताह में उन्हें ज्वाइन भी करना था. बिजली विभाग और स्थानीय पुलिस जब शव हटाने पहुंची तो खफा परिजनों शव हटाने देने से इनकार कर दिया और मौके पर मुख्यमंत्री व डीसी को आने को कहा. काफी मशक्कत के बाद और थाना प्रभारी व आसपास के ग्रामीणों के आग्रह के बाद शव को हटाने दिया.
बिजली विभाग की लापरवाही से गयी जान..
परिजनों की मानें तो बिजली विभाग की लापरवाही की वजह से उनके बेटे-बेटियों की जान गयी. उन्होंने बताया कि जब हमने यहां घर बनाया था तो कोई तार नहीं था. बनने के एक वर्ष बाद गली में 11000 वोल्ट का तार पहुंचा, जो मेरे छत से 06 इंच की दूरी पर था. हमने इसका विरोध भी किया था. कई बार बिजली विभाग से शिकायत भी की लेकिन आज तक तार नहीं हटा.