हजारीबाग: कोरोना की तीसरी लहर के बीच हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल से एक बुरी खबर आई है। यहां चोरों ने कोरोना से लड़ाई के लिए लगाई गई ऑक्सीजन पाइप की चोरी कर ली है। जानकारी के मुताबिक 19 बेड से ऑक्सीजन पाइप गायब कर दिए गए हैं। सोमवार सुबह इसकी सूचना मिलने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने मामले की पड़ताल शुरू कर दी है। बताया जाता है कि इसमें किसी कर्मचारी की मिलीभगत हो सकती है। एक-एक करके सभी बेड से पाइप खोल लिए गए हैं। इस घटना के बाद से अस्पताल प्रबंधन भी सकते में है।
200 आक्सीजन सिलेंडर हो गए थे गायब..
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन अब थाने में आवेदन देकर प्राथमिकी की कवायद में जुटा हुआ है। मालूम हो कि पिछली बार कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी यहां से ऑक्सीजन सिलेंडर ही गायब कर दिए गए थे। करीब 200 सिलेंडर को यहां से गायब किया गया था। बाद में पड़ताल के बाद 166 सिलेंडर रिकवर किए गए थे। इस मामले की भी जांच अभी जारी है। एक कर्मचारी को भी इसमें निलंबित किया गया था।
ऐसे हुआ था मामले का खुलासा..
मालूम हो कि हजारीबाग के इस मेडिकल कालेज अस्पताल का नाम शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल है। यहां से कोरोना की दूसरी लहर में 193 ऑक्सीजन सिलेंडर, 55 रेग्यूलेटर की चोरी हो गई थी। अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट डा एके सिंह के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। एक नामजद सहित दो आरोपित गिरफ्तार किए गए थे। कई लोग हिरासत में लिए गए थे। इस चोरी का मामला तब उजागर हुआ था जब 13 मई 2021 को एक आदमी आक्सीजन सिलेंडर भराने के लिए डेमोटांड़ स्थित ऑक्सीजन रिफिल प्लांट पहुंचा था।
वार्ड ब्वाय सुरेंद्र यादव का नाम आया था सामने..
आक्सीजन भरने वाले आफाक अली और उनके प्लांट के कर्मचारियों को शक हो गया। उन्होने सिलेंडर पहचान ली। तुरंत अस्पताल प्रबंधन को सूचित कर दिया था। जब अस्पताल प्रबंधन ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि बड़ी संख्या में आक्सीजन सिलेंडर गायब हैं। जांच में मेडिकल कॉलेज में अनुबंध पर कार्यरत सोलंकी आउटसोर्सिंग कंपनी के वार्ड ब्वाय सुरेंद्र यादव का नाम इस मामले में सामने आया था। अस्पताल प्रबंध की ओर से 16 मई 2021 की रात प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के अनुसार 55 रेग्युलेटर, 101 बी टाइप और 92 डी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर की चोरी हुई थी।