झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक बार फिर से एक बड़ा फैसला लिया है। कोरोना संक्रमण के दौरान अपनी जान दांव पर लगाकर लोगों की सेवा करने वाले चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को राज्य सरकार की ओर से एक माह का अतिरिक्त वेतन दिया जाएगा। शुक्रवार को झारखंड विधानसभा में अमर बाउरी के सवाल के जवाब पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सदन को आश्वस्त करते हुए कहा है कि राज्य सरकार कोरोना योद्धाओं का सम्मान करती है।
अमर बाउरी ने अल्पसूचित प्रश्नकाल के दौरान कई राज्यों का उदाहरण देते हुए सदन में कहा था कि वहां चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों का मनोबल बनाये रखने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन के रूप में एक माह का वेतन दे रही है। राज्य सरकार की ऐसी कोई मंशा है या नहीं। इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सदन को भरोसा दिलाया।
झारखंड सरकार ने राज्य के कई जिलों में नर्सिंग होम खोलने को ले कर अपनी प्रतिबद्धता सदन में जाहिर की है। इस क्रम में अक्टूबर माह में गोड्डा में सरकारी नर्सिंग स्कूल का शिलान्यास किया जाएगा। स्वस्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने प्रदीप यादव के सवाल के जवाब में सदन में इसकी पुष्टि की। इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि जिन जिलों में नर्सिंग स्कूल का संचालन नहीं हो रहा, वहां या तो पीपीपी मोड या सरकारी नर्सिंग होम खोले जाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने ये भी कहा है कि अगले वित्तीय वर्ष के दौरान गोड्डा सहित शेष सभी जिले जहां नर्सिंग स्कूल नही हैं, वहां नर्सिंग स्कूल खोले जाएंगे। पीपीपी मोड पर खोले जाने वाले स्कूलों में फीसद की दरों को राज्य सरकार नियंत्रित करेगी। प्रदीप यादव ने पिछले बजट में नर्सिंग स्कूलों को ले कर की गई घोषणा के आधार पर स्वास्थ्य मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि बजट बनाते समय एसेसमेंट करना चाहिए था कि हमारी औकात क्या है। बजट में ताली पिटवा दी, अब आगे भी ताली पिटवाये