रांची : झारखंड सरकार ने राज्य के लोगों को बेहतर और गुणवक्तापूर्ण खाना उपलब्ध कराने के लिए योजना तैयार किया है। जिसके अनुसार झारखंडवासियों को गुणवत्तापूर्ण और शुद्ध खाना उपलब्ध कराने और प्रतिष्ठान में साफ-सफाई रखने के लिए राज्य में संचालित होटल, रेस्टोरेंट समेत अन्य खाद्य प्रतिष्ठानों की रेटिंग की जाएगी। राज्य में खाद्य सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के तहत राज्य सरकार ने इसके लिए भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के साथ एमओयू किया है। इसके तहत राज्य के 1000 खाद्य प्रतिष्ठानों की स्वच्छता रेटिंग की जाएगी।
इसके साथ ही होटल, रेस्टुरेंट और खानपान का व्यवसाय के लिए स्वच्छता रेटिंग की व्यवस्था की गई है। जिसमें प्रतिष्ठानों की स्वच्छता, खाद्य सुरक्षा मानकों के आधार पर 1 से 5 तक रेटिंग दी जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव चंद्र किशोर उरांव ने राज्य के सभी अभिहित अधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी को पत्र लिख कर प्रतिष्ठानों का चयन करने का निर्देश दिया है। साथ ही चयनित संस्थानों की सूची ईमेल के माध्यम से खाद्य सुरक्षा आयुक्त को भेजने को कहा है ताकि चायनित संस्थानों की ऑडिट के बाद रेटिंग की जा सके। इस कार्यक्रम की शुरुआत इसलिए कि गई क्योंकि इसके तहत ग्राहकों को गुणवक्ता युक्त बेहतर खाना उपलब्ध कराया जा सके। साथ ही प्रतिष्ठानों में साफ-सफाई रखने के लिए यह कार्यक्रम शुरू किया गया है। इससे गुणवक्तायुक्त और मानक स्तर के खाद्य पदार्थ तैयार होंगे और उनके रखरखाव और बिक्री भी उच्चस्तरीय होगी। इससे व्यवसायों को प्रोत्साहित करके उपभोक्ताओं को खाद्य पदार्थों से संबंधित निर्णय लेने को अनुमति दी जाएगी। खाद्य प्रतिष्ठानों के ऑडिट के समय खाने की स्वच्छता और सुरक्षा की स्थितियों के आधार कर मूल्यांकन किया जाएगा। जिला प्रति अनुमंडल प्रतिष्ठानों की संख्या कुछ इस तरह से है: रांची और पूर्वी सिंहभूम में 60 प्रतिष्ठान, धनबाद में 55 प्रतिष्ठान, दुमका, बोकारो, हजारीबाग, रामगढ़, मेडनीनगर, देवघर में 40 प्रतिष्ठान, शेष सदर अनुमंडल में 25 प्रतिष्ठान और शेष अनुमंडल में 10 प्रतिष्ठान है।