झारखंड में कोरोना का संक्रमण रोजाना रिकॉर्ड तोड़ रहा है। आलम ये है कि अब छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बाद सबसे तेज रफ्तार से झारखंड में कोरोना संक्रमण फैल रहा है। ये जानकारी 9-16 अप्रैल के आंकड़ों के सामने आया है। झारखंड में कोरोना के मामले जहां पिछले सप्ताह प्रतिदिन औसत एक फीसद की दर से बढ़ रहे थे, वहीं अब मामले इससे दोगुनी दर अर्थात दो फीसद की दर से बढ़ रहे हैं। अब सिर्फ तीन राज्य, छत्तीसगढ़ (3 फीसद), उत्तर प्रदेश (2.6 फीसद) तथा मध्य प्रदेश (2.3 फीसद) में ही यह दर झारखंड से अधिक है। लेकिन इन आंकड़ों से डरने की नहीं बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है।
गौरतलब है कि राज्य में दो से नौ अप्रैल के बीच कोरोना के मामले एक फीसद की दर से ही बढ़ रहे थे। उस समय छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश तथा पंजाब में कोरोना के प्रतिदिन की औसत वृद्धि दर झारखंड से अधिक थी। लेकिन अब प्रतिदिन की औसत वृद्धि दर में झारखंड ने महाराष्ट्र और पंजाब को भी पीछे छोड़ दिया है। वहीं पहली लहर के दौरान तो संक्रमण के मामले में झारखंड 15वें स्थान से नीचे रहता था। इस बार झारखंड संक्रमण में बड़े राज्यों से आगे निकल गया है। एक्टिव रेशियो की बात करें तो झारखंड में प्रत्येक सौ मामले में 15 संक्रमित हैं। आठ अप्रैल को झारखंड में प्रत्येक सौ मामले में सात ही संक्रमित थे। इस तरह, एक सप्ताह में झारखंड में यह औसत दोगुनी हो गई। एक्टिव रेशियो के मामले में उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश फिलहाल झारखंड से आगे हैं। बाकी सभी राज्य झारखंड से बेहतर स्थिति में हैं।
झारखंड में कोरोना के मामले दोगुने होने की अवधि भी घटकर 39 दिन हो गई है। जबकि देश में 72 दिन में कोरोना के मामले दोगुने हो रहे हैं। इन आंकड़ों से झारखंड में इस बार कोरोना संक्रमण की रफ्तार का अंदाजा लगाया जा सकता है।