रांची: भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास और विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने राज्यपाल रमेश बैस से सिमडेगा में उन्मादी भीड़ की हिंसा की घटना की सीबीआइ जांच की मांग की है। सोमवार को पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में राजभवन गए प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को पूरे प्रकरण की जानकारी दी। राज्यपाल को सौंपे गए ज्ञापन में भाजपा नेताओं ने सीबीआइ जांच की मांग के अलावा संजू प्रधान के स्वजनों को 10 लाख मुआवजा, सरकारी नौकरी और उनके परिवार की सुरक्षा की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री व रांची की महापौर आशा लकड़ा, प्रदेश महामंत्री बालमुकुंद सहाय,अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमर कुमार बाउरी भी शामिल थे।
राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पुलिस ने पूरे मामले में गलत तरीके से एफआईआर की। उन्होंने आरोप लगाया कि संजू प्रधान की हत्या पुलिस की मौजूदगी में की गई थी, लेकिन एफआईआर में कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं है। पुलिस ने संजू की पत्नी से सादे पेपर पर हस्ताक्षर कराया था, उसमें अपने हिसाब से लिखकर एफआईआर कर दिया गया। इस एफआईआर में संजू प्रधान के तीन रिश्तेदारों को भी आरोपी बना दिया गया। जबकि घटना में शामिल आरोपियों को पुलिस बचा रही है। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्यपाल को घटना से संबंधित क्लिप एक पैन ड्राइव में दी गई है। इसमें आरोपी खुद सारे वारदात को कबूल रहे हैं।
गौरतलब है, कि कुछ दिनों पहले सिमडेगा में कथित तौर पर भीड़ द्वारा एक युवक की हत्या का मामला सामने आया था, जिसके बाद से ही आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। विपक्ष जहां इसे लेकर कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकार विपक्ष पर राजनीति करने का आरोप लगा रही है।