पहली यूनिट वर्ष 2024 में 800 मेगावाट बिजली होगी उत्पादन..

Jharkhand: झारखंड का पतरातू वैसे तो अपनी प्राकृतिक सौंदर्य और विद्युत उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। वही पतरातू में विकास का कार्य कभी नहीं थमता एनटीपीसी पतरातू में बन रहे 4000 मेगावाट के पावर प्लांट के निर्माण के बाद यहां 800 मेगावाट की पांच यूनिट बनेगी। जिसमें पहली यूनिट का आरंभ वर्ष 2024 में किया जाएगा। 800 मेगावाट बिजली पहली यूनिट से ही उत्पादन होने लगेगी। भारत सरकार के केंद्रीय ऊर्जा सचिव पंकज कुमार अग्रवाल ने मुख्य सचिव सुखदेव सिंह के साथ इससे संबंधित ट्रांसमिशन लाइन व अन्य मुद्दों को लेकर बैठक की।

2024 में प्लांट से उत्पादन आरंभ….
एनटीपीसी के नोर्थ कर्णपुरा परियोजना के मुद्दे पर भी बैठक में चर्चा की गई। केंद्रीय ऊर्जा सचिव ने कहा कि 2024 में प्लांट से उत्पादन आरंभ होने लगेगा इसलिए राज्य सरकार से निवेदन है पतरातू व पावर ग्रिड के ट्रांसमिशन लाइन निर्माण वन आपत्ति आदि के मामले में सहयोग करें।

विधि व्यवस्था में किया सहयोग….
मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर पावर प्लांट के निर्माण सहयोग कर रही है।उन्होंने विधि व्यवस्था में भी सहयोग की मांग की।

जेबीवीएनएल 2533.59 करोड़ झेल रही घाटा….
सालाना 2533.59 करोड़ रुपये का घाटा झेल रही झारखंड बिजली वितरण निगम (जेबीवीएनएल) ने बताया की वर्ष 23-24 के टैरिफ पीटिशन में आयोग के भेजे गये एनुअल रेवेन्यू रिक्वायरमेंट (एआआर) में निगम ने कुल खर्च 9302.04 करोड़ रुपये की मांग की है। कहा गया है कि इतनी राशि खर्च होती है, जबकि 6769.35 करोड़ रुपये बिजली बेचने से मिलते है। यानी 2533.59 करोड़ रुपये का घाटा है। निगम ने टैरिफ को बढ़ाने का प्रस्ताव रखते हुए घाटे का हवाला दिया है, जिसमें घरेलू उपभोक्ताओं की दरों में 2.35 रुपये प्रति यूनिट बढ़ाने का प्रस्ताव है।

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