जमशेदपुर : टाटा स्टील ने अपने स्कीम को लेकर अहम फैसला लिया है। टाटा स्टील में सुनहरे भविष्य की योजना 2.0 नए सिरे से बहाल होगा। टाटा स्टील प्रबंधन और टाटा श्रमिक संघ नेतृत्व ने इस विषय पर वार्ता शुरू कर दी है। टाटा स्टील प्रबंधन ने जॉब फॉर जॉब स्कीम में संशोधन कर उसे सुनहरे भविष्य की योजना का नाम दिया था। इस योजना के तहत 45 से अधिक उम्र वाले वैसे कर्मचारी जिन्होंने अपनी सेवा के 10 वर्ष पूरे कर चुके हैं। अपनी जगह अपने आश्रित को नौकरी दे सकते हैं। लेकिन कर्मचारी इस स्कीम का लाभ नहीं उठा पा रहे थे। ऐसे में कंपनी प्रबंधन ने तीन साल पहले इसमें संशोधन कर इसके तहत कर्मचारियों को तीन विकल्प दिए हैं। नए स्कीम के तहत अब कर्मचारी के आश्रित मैट्रिक या समकक्ष में उत्तीर्ण हैं तो सीधे एनएस-4 में बहाल होंगे। वहीं, जिन कर्मचारियों के बच्चे डिप्लोमा कर चुके हैं वे सीधे एनएस-7 में बहाल होंगे।
इसमें 45 वर्ष से 59 वर्ष तक की आयु वाले कर्मचारियों को किस विकल्प में किस तरह का लाभ मिलेगा, इसकी घोषणा की गई। लेकिन इस स्कीम का लाभ भी ज्यादा कर्मचारियों ने नहीं उठाया। ऐसे में कंपनी प्रबंधन एक बार फिर इस स्कीम को आकर्षक बनाने की तैयारी कर रही है। कंपनी प्रबंधन जल्द ही नई स्कीम को प्रभावी कर सकती है। साथ ही कंपनी प्रबंधन की ओर से एसबीकेवाई 2.0 स्कीम के तहत दिए जाने वाले तीन विकल्प में भी संशोधन की जायेगी। टाटा स्टील में जल्द ही जॉब फॉर जॉब स्कीम आएगा। नये सिरे से संशोधित होकर जॉब फॉर जॉब स्कीम लाने की तैयारी चल रही है।