अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में सिमडेगा की फिल्म ने बनाई जगह, शॉर्ट फिल्म “बंधा खेत” मचाएगी धूम..

सिमडेगा : सिमडेगा की पहचान हॉकी खिलाड़ियों और प्रतिभावान युवाओं से है। एक बार फिर से सिमडेगा के युवा तरक्की की नई कहानी लिखने को तैयार है। दरअसल सिमडेगा का एक युवा पुरुषोत्तम कुमार आज एक नई सोच के साथ अपने क्षेत्र में फिल्म निर्माण की संभावनाओं को एक उंचाई देने की कवायद कर रहा है। कई शॉर्ट फिल्में बना चुके पुरुषोत्तम कुमार ने ओडिशा में आयोजित होने वाली अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में अपनी जगह बना ली है। जलडेगा में बनी नागपुरी मुंडारी शॉर्ट फिल्म “बंधा खेत”, सेकंड कोविड-19 ओडिशा का अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में दिखेगी। जलडेगा प्रखंड में बने इस नागपुरी मुंडारी शॉर्ट फिल्म का चयन सेकंड कोविड ओडिशा का अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में हो गया है। इस फिल्म समारोह में 40 देशों के फिल्में चुने गए हैं, जिनमें से झारखंड की शार्ट फिल्म ‘बंधा खेत’ भी शामिल है। इस बात की जानकारी फिल्म के निर्देशक एनपीके ने दी। उन्होंने कहा कि यह फिल्म पिछले साल शूट की गई थी। इस फिल्म के सारे कलाकार जलडेगा के ही रहने वाले हैं। जलडेगा मुखिया के बेटे अनुराग लुगुन ने इस फिल्म में मुख्य किरदार की भूमिका निभाई है। इसके साथ ही कोलोमडेगा कि विनोद कुमार साहू ने भी पहली बार अभिनय में अपनी छाप छोड़ी है। फिल्म की कहानी‌ सिमडेगा के आदिवासी परिवेश में रहने वाले किसानों के दर्द को बयां करती है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे गरीब किसान अपनी जीविका के लिए अपने खेत को गिरवी रख कर पैसों का जुगाड करते हैं। यह फिल्म देश-विदेश के अन्य फिल्म समारोह में भी भेजी गई है।

युवा लेखक निर्देशक पुरुषोत्तम कुमार एनपीके भी जलडेगा निवासी हैं। 25 साल के एनपीके की मां कोलोमडेगा में शिक्षिका है। एनपीके को कई पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
एनपीके की अन्य नागपुरी शॉर्ट फिल्में पहले देश विदेश के अन्य फिल्म समारोह में दिखाई जा चुकी है। उन्हें फिल्म और थिएटर के बहुत सारे सम्मान भी मिल चुके हैं। यहां तक कि झारखंड के राज्यपाल से भी सम्मानित हो चुके हैं। उन्होंने बॉलीवुड की फिल्मों में भी सहायक निर्देशक का काम किया है।

एनपीके वर्तमान समय में श्रेया अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माण रांची में बतौर फिल्म निर्देशक के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पूरा बचपन नागपुरी माटी में गुजरा जिसके कारण वह नागपुरी फिल्मों में अपना विशेष योगदान देना चाहते हैं। उनका भारत और झारखंड सरकार के द्वारा निर्मित किए जाने वाले डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्देशक में भी चयन हो चुका है।

एनपीके की बड़ी फिल्म का पोस्ट प्रोडक्शन लगभग खत्म होने वाला है। अक्टूबर तक यह फिल्म रिलीज हो सकती हैं। इस फिल्म के लेखक और निर्देशक भी पुरुषोत्तम कुमार ही है। यह उनकी पहली बड़ी फिल्म है। एनपीके ने बताया कि फिल्म में काम करने वाले सारे कलाकार झारखंड के ही रहने वाले हैं। फिल्म के सारे उपकरण मुंबई से मंगाए गए थे।उन्होंने बताया कि दहलीज का बड़े मल्टी पैलेस के साथ-साथ मोबाइल थिएटर के जरिए गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा ताकि हमारे लोग अपनी फिल्मों को देख सकें और इंटरटेन कर सके।