शनिवार 13 मार्च से 16 मार्च तक राज्यभर के बैंक बंद रहेंगे। जहां बैंकों के निजीकरण के विरोध में 15 और 16 मार्च को बैंकों में ताला लगा रहेगा वहीँ 13 और 14 मार्च को दूसरे शनिवार व रविवार के कारण बैंक बंद रहेंगे। ऐसे में ग्राहकों को बैंक संबंधित काम को लेकर असुविधा हो सकती है।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स द्वारा बुलाई गयी इस बंद के अंतर्गत देश के सभी बैंक 15 और 16 मार्च को बंद रहेंगे जिससे करोड़ों के ट्रांजेक्शन पर भी असर पड़ेगा। यूएफबीयू के संयुक्त संयोजक एमएल सिंह का कहना है कि सरकार बैंकों को भी बेचने की तैयारी में है। ये निजीकरण की एक सीमा है। इसका विरोध करने के लिए 15 व 16 मार्च को देशभर के बैंकों के हड़ताल की घोषणा की गयी है। इस हड़ताल में बैंक के अफसर से ले कर कर्मचारी तक, सभी शामिल होंगे।
एमएल सिंह ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार बैंकिंग सुधार के नाम पर पिछले तीन दशकों से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण करने का षडयंत्र कर रही है। वर्तमान सरकार द्वारा इस दिशा में ठीक से अध्ययन किये बगैर अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष एवं विश्व बैंक के दबाव पर तीव्रता से पहल किया जा रहा है।
यूनाइटेड फोरम आफ आरआरबी यूनियंस द्वारा बुलाये गए बंद के दौरान राजधानी रांची समेत अन्य जिलों के बैंक 15 और 16 मार्च को बंद रहेंगे। सभी ग्रामीण बैंकों के अफसर व कर्मचारी 15 और 16 मार्च को इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल में हिस्सा लेंगे। इससे पूर्व शुक्रवार को बैंक के प्रधान कार्यालय और सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में बैंककर्मी प्रदर्शन और नारेबाजी करेंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बैंक कर्मियों की मांग है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण न किया जाए। साथ ही ग्रामीण बैंकों में 11वें द्विपक्षीय वेतन समझौता और आठवें संयुक्त नोट को जल्द से जल्द पूर्ण रूप से लागू किया जाए। ग्रामीण बैंक के अधिकारी नवल किशोर शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि रांची स्थित प्रधान कार्यालय के समक्ष शाम 5:15 बजे से बैंक कर्मी प्रदर्शन और नारेबाजी करेंगे।