रामगढ़: जिले के वेस्ट बोकारो थाना क्षेत्र में सीसीएल (सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड) के नए प्रोजेक्ट “बीपी कोतरे” के भूमि पूजन को लेकर ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया। हजारों महिलाओं ने हाथों में तख्तियां और काले झंडे लेकर विरोध किया, जिससे भूमि पूजन कार्यक्रम नहीं हो सका।
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ इलाका
विरोध प्रदर्शन की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने पूरे इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की। कई थाना क्षेत्रों की पुलिस को मौके पर बुलाया गया, जिससे पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। प्रशासन और सीसीएल अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे।
क्या है ग्रामीणों की मांग?
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने आरोप लगाया कि सीसीएल ने उनकी जमीन अधिग्रहित कर ली है, लेकिन उन्हें उचित मुआवजा और नौकरी नहीं दी गई। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उन्हें उनका हक नहीं मिलता, तब तक वे किसी भी कीमत पर भूमि पूजन और खनन कार्य शुरू नहीं होने देंगे।
प्रशासन और सीसीएल के साथ वार्ता बेनतीजा
इस प्रदर्शन को देखते हुए मांडू प्रखंड के प्रशासनिक अधिकारी और रामगढ़ एसडीपीओ मौके पर पहुंचे और सीसीएल अधिकारियों के साथ ग्रामीणों से बातचीत की। हालांकि, कोई समाधान नहीं निकल सका और ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे।
अभी क्या है स्थिति?
इस विरोध प्रदर्शन के चलते सीसीएल को अपना भूमि पूजन कार्यक्रम रोकना पड़ा। प्रशासन लगातार स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन ग्रामीण किसी भी तरह से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। यह प्रदर्शन यह दर्शाता है कि ग्रामीण अपने अधिकारों को लेकर पूरी तरह से जागरूक हैं और जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं, वे पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन और सीसीएल इस विवाद का समाधान कैसे निकालते हैं।