रांची : राज्य के बाजार समितियों को मॉडल बाजार के रूप में विकसित किया जाएगा। जिसको लेकर राज्य सरकार इस क्षेत्र में पहल कर रही है। बुधवार को चैंबर प्रतिनिधियों ने कृषि मंत्री बादल पत्रलेख से मुलाकात की। बता दे कि राज्य के बाजार समितियों की आधारभूत संरचना को विकसित करने के साथ ही मंडियों में मूलभूत संसाधनों की उपलब्धता को लेकर चर्चा हुई।
इस दौरान चैंबर की ओर से राज्य के बाजार व्यवस्था की जानकारी और समस्याओं पर चर्चा की गई। साथ ही सभी जिलों में स्थित बाजार समितियों की आधारभूत संरचना को विकसित करने,नियमित सफाई व्यवस्था सुलभ कराने,सड़क और स्ट्रीट लाइट के मरम्मत और शुद्ध पेयजल और शौचालय की उपलब्धता पर चर्चा हुई। इसके अलावा बाजार समितियों में कोल्ड स्टोरेज का निर्माण विभाग की प्राथमिकता में है,ऐसे में बाजार समिति या इसके आसपास कोल्ड स्टोरेज की स्थापना से व्यवसायियों के साथ ही किसानों को भी लाभ मिल सके इसको लेकर भी चर्चा की गई।
चैंबर अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबड़ा ने कहा कि बाजार मंडियों में खाली पड़े जमीन जो वर्तमान में अनुपयोगी है, वहां पर अतिरिक्त दुकान खोली जाए जिससे सरकार के राजस्व में भी बढ़ोतरी हो।
वहीं मंत्री ने कहा कि सरकार की मंशा है कि बाजार समितियों को एक मॉडल बाजार समिति के रूप में विकसित किया जाए। बाजार समिति में सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो इस दिशा में जरूरी कोशिश की जा रही। कोल्ड स्टोरेज के निर्माण के लिए उन्होंने विभागीय बजट में प्रावधान लाए जाने की भी बात कही।
प्रतिनिमंडल में चैंबर अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबड़ा,महासचिव राहुल मारू,सह सचिव राम बांगड़ और उप सकीति चेयरमैन प्रमोद सारस्वत सम्मिलित थे।