रांची: एल्गर परिषद मामले में आरोपी रहे स्टेन स्वामी का 84 साल की उम्र में निधन हो गया। बम्बई उच्च न्यायालय में सुनवाई के दौरान उनके वकील ने इस बात की जानकारी दी। स्टेन स्वामी 21 मई से बीमार चल रहे थे। हालत में सुधार नहीं होता देख मुंबई के एक हॉस्पिटल में रविवार को उनको वेंटीलेटर पर रखा गया था। जहां इलाज के दौरान सोमवार को 1:30 बजे उनकी मौत हो गई।
बम्बई उच्च न्यायालय में आज उनकी जमानत की सुनवाई हो रही थी। न्यायधीश एस ॰एस॰ शिंदे और न्यायधीश एम॰ जे॰ जमादार की बेंच जमानत पर सुनवाई कर रही थी। सुनवाई के दौरान उनके वकील मिहिर देसाई ने करीब 2:30 बजे अदालत को उनकी मौत होने की जानकारी दी। दरअसल स्टेन स्वामी ने अपनी उम्र और बीमारी को लेकर जमानत की गुहार लगाई थी। बता दे कि स्टेन स्वामी कई बीमारियों से पीड़ित थे और पिछले साल वो कोरोना संक्रमित भी हुए थे।
दरअसल भीमा कोरेगांव मामले में फादर स्टेन स्वामी को 8 अक्टूबर 2020 को कोरेगांव रांची के नामकुम थाना क्षेत्र स्थित बगइचा स्थित उनके आवास से एनआईए ने गिरफ्तार किया था। उन पर भीमा कोरेगांव में हुई हिंसा को भड़काने का आरोप लगा था।
8 महीने से भी ज्यादा समय से वह मुंबई की तलोजा जेल में बंद थे। उन्हें पार्किंसन्स नमक बीमारी थी। इस बीमारी की वजह से उन्हें सुनने में परेशानी होती थी।