झारखंड में झामुमो-कांग्रेस महागठबंधन की हेमंत सोरेन सरकार गिराने की साजिश को लेकर रांची कोतवाली पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दिया। शनिवार दोपहर कोतवाली थाने में एफआईआर के बाद प्राथमिक अभियुक्त अभिषेक कुमार दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो को जेल भेजा गया। पुलिस के हत्थे चढ़ा अभिषेक रांची के रातू इलाके में देवीमंडप रोड के जगदीश इंक्लेव का रहने वाला है। वहीं अमित सिंह बोकारो के सेक्टर दो तथा निवारण महतो सेक्टर-12 का रहने वाला है। इससे पहले विधायकों की खरीद-फरोख्त की सूचना पर गुरुवार देर रात और शुक्रवार तड़के पुलिस ने रांची के कई होटलों में छापेमारी की थी और तीन लोगों को उठाया था।
बता दें की यह पूरी कार्रवाई कांग्रेस के बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह की शिकायत पर हुई है। जयमंगल ने 22 जुलाई को कोतवाली थाने में एक पत्र लिखकर विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका जताई थी। अनूप सिंह की शिकायत पर ही पुलिस ने होटल लीलैक में छापेमारी की। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ राजद्रोह की धारा के साथ साथ आईपीसी की धारा 419, 420, 124 ए, 120 बी, पीपुल्स रिप्रेजेंटेशन एक्ट, पीसी एक्ट समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। केस की जांच दरोगा कमलेश राय को दी गई है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने विधायकों से बातचीत में इस्तेमाल संबंधी मोबाइल, स्थानीय विधायकों के साथ दिल्ली यात्रा की टिकट, दो लाख की नकदी बरामद की है। केस के आईओ कमलेश राय ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी को दिए आवेदन में दावा किया है कि गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर करने लायक साक्ष्य हैं। पुलिस ने कोर्ट को बताया है कि अभियुक्तों द्वारा विधि द्वारा स्थापित राज्य सरकार को गिराने के प्रयत्न किए गए थे। इनके कई साथी घटनास्थल से भी सामान छोड़कर भागे हैं, जिन्हें पुलिस ने विधिवत जब्त किया है। अभियुक्तों के कबूलनामे का दावा भी पुलिस ने किया है। रांची के होटल लीलैक की सीसीटीवी जब्त कर इसे कोर्ट के समक्ष भी प्रस्तुत किया गया है।
इधर, सरकार गिराने के ‘खेल’ के खुलासे के साथ ही झारखंड में सियासी भूचाल मच गया है। झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने पूरे प्रकरण पर साफ-साफ कुछ तो कुछ नहीं कहा मगर ट्वीटर पर कटाक्ष कर हुए लिखा है कि ‘अंधेर नगरी-चौपट राजा’।
वहीं अब इस मामले में बड़ा ट्विस्ट सामने आया है. पुलिस ने जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें एक सब्जी विक्रेता और दूसरा मजदूर है. ये दोनों बोकारो के रहनेवाले हैं. इनके परिजनों का कहना है कि पुलिस ने इन्हें दो दिन पहले बोकारो में उनके घरों से उठाया था. इधर पुलिस ने इन तीनों को राजधानी रांची के ली-लैक होटल से गिरफ्तार करने का दावा किया है.
परिजनों के मुताबिक, निवारण प्रसाद महतो बोकारो में सब्जी और फल की रेहड़ी लगाते हैं जबकि अमित सिंह दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम करते हैं. निवारण प्रसाद महतो के जीजा सोनू कुमार ने कोतवाली थाना परिसर में न्यूजविंग से बातचीत में दावा किया कि गिरफ्तार किये गये दोनों लोग निर्दोष हैं.
पुलिस ने दोनों को दो दिन पहले बोकारो में यह कहकर उठाया था कि एक मामले में पूछताछ करनी है. एक-डेढ़ घंटे में छोड़ दिया जायेगा.लेकिन इसके बाद उन्हें एक स्कॉर्पियो में बिठाकर कहीं और ले जाया गया. परिजन स्थानीय थाने में पहुंचकर उनके बारे में पूछताछ करते रहे, लेकिन पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी. आज दोपहर पुलिस ने उन्हें बताया कि दोनों को रांची कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आपलोग रांची जाकर पता कर सकते हैं.
परिजन जब रांची आये तो उन्हें मीडिया की खबरों से पता चला कि दोनों को सरकार गिराने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. परिजनों का कहना है कि रोज कमाने-खाने वाले दोनों लोगों का राजनीति से दूर-दूर तक लेना-देना नहीं है, फिर ये सरकार गिराने की साजिश कैसे रच सकते हैं? परिजनों ने रांची की कोतवाली पुलिस से मिलकर अपनी बात रखनी चाही, लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी.