हजारीबाग: शनिवार को हजारीबाग के बड़कागांव में एनटीपीसी की आउटसोर्सिंग कंपनी त्रिवेणी सैनिक के खिलाफ धरना के बाद हंगामा और पथराव किया गया । जिसमें 19 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। जिसको लेकर करीब 5 घंटे तक कोर्ट परिसर के बाहर चले राजनीतिक ड्रामेबाजी के दौरान कोर्ट परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। इसके बाद प्रशासन की ओर से मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया गया।
दरअसल गिरफ्तार किए गए लोगों को रविवार को कोर्ट में प्रस्तुत करना था। कोर्ट लाने के लिए उन्हें बस से लाया गया। यहां उसी बस के पायदान पर विधायक अंबा प्रसाद धरने पर बैठ गई और पुलिस को नीचे उतरने नहीं दिया। इस दौरान विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि जिन मजदूरों को पुलिस गिरफ्तार कर कोर्ट में प्रस्तुत करने लाई है वह निर्दोष हैं ।पुलिस के पास किसी भी तरह का सबूत नहीं है।इस कारण मैं पुलिस का विरोध कर रही हूं।
विधायक अंबा प्रसाद करीब 5 घंटे तक बस की सीढ़ियों पर बैठी रही। वहीं विधायक के धरना में बैठे होने की सूचना पर उनके समर्थक भी पहुंच गए। बाद में सदर सीओ के साथ विधायक की हुई वार्ता में निर्दोष पर जांच कर केस वापस लेने का आश्वासन दिया गया। तब उन्होंने आरोपितों को बस से उतरने दिया।
वहीं दूसरी ओर एसपी कार्तिक एस ने कहा कि दरअसल शनिवार को बड़कागांव में मजदूरों की ओर से आंदोलन किया जा रहा था। इस आंदोलन के दौरान प्रशासन पर पथराव किए गए। इसको लेकर सीईओ की ओर से प्राथमिकी दर्ज की गई। इसके बाद घटनास्थल से ही 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया । आरोपितों की गिरफ्तारी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गई।ACJM ऋचा श्रीवास्तव के कोर्ट में सभी 19 आरोपितो की पेशी हुई।कोर्ट ने सभी को न्यायिक हिरासत में लेकर जेपी कारा भेज दिया है।