कोरोना वायरस और लोगों की सुरक्षा को देखते हुए देशभर में धार्मिक स्थल बंद है। अब कुछ ही दिनों में सावन का पवित्र महीना शुरू होने वाला है। जिसको लेकर झारखंड सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। झारखंड और बिहार में किसी भी धार्मिक स्थानों पर कावरियों की भीड़ न हो, इसके लिए श्रावणी मेला के आयोजन पर रोक लगा दी गई है। केंद्र और राज्य सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार इस बार भी बाबा वैद्यनाथ धाम और बाबा बासुकीनाथ धाम में श्रावणी मेला का आयोजन नहीं होगा। राज्य सरकार ने निर्देश जारी किया है कि बाबा वैद्यनाथ धाम और बाबा बासुकीनाथ धाम मंदिर इस साल भी सावन महीने के दौरान भक्तों के लिए नहीं खोला जाएगा। इस निर्देश के बाद दोनों धाम में श्रद्धालु नहीं पहुंचे, इसके लिए जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है।
संताल परगना प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक सुदर्शन प्रसाद मंडल ने झारखंड और बिहार के सीमावर्ती जिले के वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ वचुर्अल बैठक की। इस दौरान पुलिस उपमहानिरीक्षक ने कहा कि कोराना संक्रमण से बचाव के लिए राज्य सरकार ने प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बाबा वैद्यनाथ धाम और बाबा बासुकीनाथ धाम स्थित मंदिरों में सावन महीने में लगने वाले श्रावणी मेला में लोगों का प्रवेश पर रोक लगाने का निर्देश दिया है। संताल परगना के बैद्यनाथ धाम और बासुकीनाथ इन दोनों तीर्थ स्थानों पर लोगों की भीड़ नहीं जुटे इसके व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिले में सघन प्रचार अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने अपील किया है कि जब तक केंद्र और राज्य सरकार द्वारा मंदिर खुलने और पूजा-अर्चना के लिए मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश की अनुमति से संबंधित कोई नया दिशा निर्देश नहीं आता है तब तक कोई भी श्रद्धालु इन तीर्थ स्थलों पर आने से बचें और घर में ही बाबा भोलेनाथ की अराधना करें।