झारखंड में नीट-यूजी-2024 पेपर लीक मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने अपनी जांच को तेज कर दिया है. सीबीआई की एक टीम संजीव मुखिया, रॉकी और अन्य आरोपियों की तलाश में राज्य भर में लगातार छापेमारी कर रही है. साथ ही, इस मामले से जुड़े अभ्यर्थियों को भी खोजा जा रहा है.
हजारीबाग से गिरफ्तारी और जांच की दिशा
हजारीबाग से गिरफ्तार ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज और जमालुद्दीन को सीबीआई ने रिमांड पर लिया है. धनबाद से गिरफ्तार अमन सिंह भी इसी जांच के दायरे में है. इन सभी से पूछताछ के दौरान सीबीआई को झारखंड से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिसके कारण केंद्रीय एजेंसी अब इस मामले में झारखंड को केंद्र में रखकर जांच को आगे बढ़ा रही है.
पूछताछ और छापेमारी
रिमांड पर लिए गए आरोपियों से सीबीआई बारी-बारी से पूछताछ कर रही है. पूछताछ में नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड, पैसे के लेन-देन, अभ्यर्थियों की सही संख्या, फरार संजीव मुखिया और रॉकी, पेपर के लिए निर्धारित रकम सहित अन्य विषयों पर जानकारी प्राप्त की जा रही है. सीबीआई ने इन सभी आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर क्रॉस वेरिफिकेशन भी कराया है। इस दौरान पेपर लीक से जुड़े कई अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं.
सीबीआई की निरंतर छापेमारी
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई की एक टीम झारखंड में संजीव मुखिया, रॉकी और अन्य आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है. वहीं, इस मामले से जुड़े अभ्यर्थियों को भी ढूंढा जा रहा है.
रिमांड की अवधि बढ़ाई गई
सोमवार को रिमांड अवधि समाप्त होने पर पांचों आरोपियों – एहसान उल हक, इम्तियाज, जमालुद्दीन, अमन सिंह और चिंटू को सीबीआई ने विशेष अदालत में पेश किया. सीबीआई ने एहसान उल हक, इम्तियाज, जमालुद्दीन और अमन सिंह को दोबारा रिमांड पर देने का आग्रह किया, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए सीबीआई की विशेष अदालत के जज ने चारों की रिमांड अवधि 11 जुलाई तक बढ़ा दी. धनबाद के झरिया से गिरफ्तार किए गए चिंटू को जेल भेज दिया गया है.
चिंटू से मिली महत्वपूर्ण जानकारियाँ
सीबीआई सूत्रों के अनुसार, चिंटू से कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिल चुकी हैं, जो जांच में अहम साबित हो सकती हैं. चिंटू से प्राप्त जानकारी के आधार पर ही सीबीआई ने झारखंड में छापेमारी की दिशा को और तेज कर दिया है.
संदिग्धों की तलाश में सीबीआई की मुहिम
सीबीआई की टीमों ने झारखंड के विभिन्न जिलों में छापेमारी की है और संदिग्धों की तलाश में कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया है. सीबीआई ने यह भी बताया है कि पेपर लीक मामले से जुड़े कई और नाम उजागर हो सकते हैं और इस मामले में और भी गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं.
अभ्यर्थियों पर शिकंजा
झारखंड के कई हिस्सों में सीबीआई की टीमें नीट-यूजी-2024 पेपर लीक मामले से जुड़े अभ्यर्थियों की तलाश में जुटी हैं. अभ्यर्थियों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि मामले की पूरी सच्चाई सामने आ सके.
जाँच की दिशा में आगे
सीबीआई ने झारखंड को केंद्र में रखकर अपनी जांच को और गहन कर दिया है. राज्य में लगातार छापेमारी और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयासों से यह स्पष्ट है कि सीबीआई इस मामले को सुलझाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है. झारखंड में छापेमारी के दौरान मिली जानकारियाँ सीबीआई के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं और इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं.