रांची : झारखंड में डीजीपी नीरज सिन्हा के विस्तार के बाद से सवाल खड़ा हो गया था। दरअसल डीजीपी के विस्तार पर बीजेपी अब सवाल खड़े कर रही हैं। बता दें कि झारखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने डीजीपी नीरज कुमार सिन्हा के सेवा विस्तार पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि मैंने सेवा विस्तार पर सवाल खड़े नहीं किए हैं बल्कि हमने सवाल उठाया है कि सरकार के कार्यशैली पर सरकार किस प्रकार से काम करती है।
वहीं मरांडी ने डीजीपी के सेवा विस्तार पर कहा कि अधिसूचना के जिस कागज के तहत इनको डीजीपी बनाया गया उसका प्रकाशन 13 तारीख है लेकिन मुझे लगता है कहीं न कहीं यह बैकडेटिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विश्वास नहीं होता है कि सरकार ने 13 तारीख को इतना बड़ा फैसला लिया और इसे कई दिनों के बाद प्रकाशित किया गया। आखिर इतने दिनों तक सरकार के इस फैसले को रोक कर क्यों रखा गया, यह समझ नहीं आता है। मुझे लगता है सरकार को इस तरह के काम से बचना चाहिए और इस प्रकार काम को नहीं करना चाहिए।
वहीं, इस मामले पर झारखंड के पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा, ‘अगर कोर्ट की अवमानना होगी तो उसके लिए कानून है और न्यायालय का जो मंतव्य वह न्यायालय देगी। उसका पालन होगा, जहां तक बाबूलाल मरांडी का सवाल है वह पूरी तरह से बेरोजगार हो गए हैं। मंत्री ने कहा कि मरांडी को कुछ काम चाहिए, वो निरंतर पत्र लिखते रहते हैं और पत्र अगर राज्य हित में हो और राज्य की विकास की बात हो, या कैसे राज्य का विकास हो तो उनकी बात को सरकार स्वीकार करेगी। राज्य हित में सीएम का जो भी सुझाव होगा उसका स्वागत है।
इसके अलावा, कांग्रेस नेता और झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा है कि मुश्किल घड़ी में विपक्ष का सकारात्मक रुख होना चाहिए और बाबूलाल मरांडी चीजों को समझते हैं सरकार चला चुके हैं।