रांची: रिनपास की प्रभारी निदेशक डॉ जयती सिमलई के खिलाफ कांके थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है. खबरों के अनुसार मामला रिनपास में भर्ती एक विक्षिप्त महिला तैरु निशा की मौत का है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह मौत डॉक्टर जयती सिमलई की कार की टक्कर से हुई है. ऐसे में उनपर आईपीसी की धारा 420, 279, 304 (ए) के तहत प्राथमिकी दर्ज करवायी गयी है.
क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के अनुसार डॉ जयती सिमलई एक महिला रोगी को देखने रिनपास के महिला वार्ड में 02 मार्च 2022 को अपनी कार से जा रही थीं. इस दौरान तैरु निशा जो 73 वर्षीय बुजुर्ग थी, उनकी कार की चपेट में आ गई. जिससे गंभीर रूप से घायल हो गई. आनन-फानन में विक्षिप्त घायल महिला को रिम्स में भर्ती कराया गया. जहां 14 अप्रैल 2022 को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. आपको बता दें कि वर्ष 1994 में इस महिला रोगी को इलाज के लिए रिनपास भेजा गया था. दरअसल, इन्हें पटना सेंट्रल जेल में कैद थीं.
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्कालीन प्रभारी निदेशक डॉक्टर सुभाष सोरेन ने डॉक्टर जयती सिमलई को शो कॉज भी किया था. दरअसल, महिला विभाग के कैंपस में चार पहिया वाहन पूरी तरह से वर्जित है. ऐसे में जयती सिमलई ने तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए कहा कि 02 मार्च 2022 को वे अपने बीमारी के कारण कार से महिला रोगी को देखने जा रही थीं. ऐसे में अचानक से तैरु निशा उनके कार के सामने आ गयीं और घायल हो गयी.
कौन है शिकायतकर्ता?
इस मामले में सिविल कोर्ट में सोनू मंडल ने शिकायतवाद दर्ज कराया था. वह रांची के पतराटोली का रहने वाला है. मामले की सुनवाई करते हुए चीफ ज्यूडिशल मजिस्ट्रेट रितेश कुमार सिंह ने कांके थाना प्रभारी को महिला डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था. अदालत ने प्रभारी को उन पर धारा 156 (3) के तहत प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया था.